पाकिस्तान (Pakistan) के पेशावर (Peshawar) में पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे स्कूली शिक्षकों (School Teachers) पर सख़्त कार्रवाई की. पाकिस्तान के अखबार डॉन के अनुसार, सैलरी बढ़ाने की मांग को लेकर बड़ी रैली कर रहे अध्यापकों को रोकने के लिए लाठी चार्ज (baton-charge) किया गया और आंसू-गैस (tear gas firing) के गोले दागे गए. दर्जनों स्कूल अध्यापकों को इसके बाद गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की कार्रवाई का विरोध करते हुए खैबर पख़्तूनख्वां (Khyber Pakhtunkhwa) की प्राइमरी स्कूल टीचर एसोसिएशन ने घोषणा की है कि आज से क्षेत्र में सभी सरकारी प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे. पाकिस्तान के अध्यापक अपनी एसोसिएशन के बुलावे पर लड़कों के 15,000 सरकारी प्राइमरी स्कूल बंद कर रैली में शामिल होने पहुंचे थे. हजारों अध्यापकों खैबर पख़्तूनख्वां विधानसभा के बाहर जमा हो गए थे और उन्होंने खैबर रोड का ट्रैफिक ब्लॉक कर दिया था. इसे शहर के बड़े रास्तों पर जाम लग गया था.
द नेशन न्यूज़ के अनुसार, कई स्कूली अध्यापकों को पुलिस की कार्रवाई में चोट लगी है. गुस्साए विरोध प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ पेशावर में भिड़ंत हो गई थी. पुलिस के सूत्रों के अनुसार, एसेंबली चौक के पा आंसूगैस के गोले दागे जाने से दो पुलिसकर्मी और कई अध्यापक घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों ने भी पुलिस पर पत्थरबाज़ी की.
पत्रिका के अनुसार, आंसूगैस के कई गोले छोड़े जाने के बावजूद और लाठीचार्ज के बाद भी पुलिस विरोध प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा नहीं पाई और प्रदर्शनकारी धरना स्थल पर जमे रहे. घायलों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया है.
खैबर पख्तूनख्वां में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई की सरकार है. केंद्र में शहबाज शरीफ की सरकार है. देश की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगज़ेब ने अध्यापकों पर हुई पुलिसिया कार्रवाई की निंदा की है.