कतर (Qatar) में हो रहे फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup 2022) में ईरान (Iran) की टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ हो रहे अपने शुरुआती मुकाबले में की सोमवार को राष्ट्रगान गाने से इंकार कर दिया. ऐसा माना जा रहा है कि ईरान की टीम ने अपने देश में हो रहे सरकार-विरोधी विरोध प्रदर्शनों (Anti-Government Protests) के साथ एकजुटता दिखाने के लिए यह फैसला लिया. ईरान में महसा अमीनी (Mahsa Amini) की मौत के बाद हिजाब विरोधी प्रदर्शन (Anti-Hijab Protest) भड़क उठे थे, जिसे सरकार ने बलपूर्वक दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
जब कतर के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में ईरान के राष्ट्रगान की धुन बजी तो टीवी कैमरों ने खिलाड़ियों पर नज़र डाली. खिलाड़ी सम्मानपूर्वक खड़े ज़रूर थे लेकिन वह राष्ट्रगान नहीं गा रहे थे. ईरान इंग्लैंड से यह मैच 6-2 से हार गया.
ईरान में 22 साल की महसा अमीनी की पुलिस कस्टडी में मौत के बाद हिजाब विरोधी प्रदर्शन भड़क उठे थे.
राष्ट्रगान नहीं गाकर ऐसा नहीं है कि ईरानी टीम ने पहली बार विरोध प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाई है. सितंबर के आखिर में टीम की राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी से मुलाकात हुई थी, जो अच्छी नहीं रही. टीम ने सेनेगल के साथ हुए एक दोस्ताना मैच में अपने देश के रंग छुपाने के लिए काली जैकेट भी डाली थी.