अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने शुक्रवार को कहा कि फेडरल कानून ने अमेरिका में गर्भपात के अधिकारों (US abortion rights) को सबसे तेजी से बहाल करने की पेशकश की है. उन्होंने मतदाताओं से आग्रह किया है कि "आउट ऑफ कंट्रोल" सुप्रीम कोर्ट (US Supreme Court) की अवहेलना करते हुए आगामी चुनावों में अपनी पसंद के जन प्रतिनिधियों का चुनाव करें.
महिलाओं के प्रजनन अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने के दबाव में बाइडेन ने एक एक्जीक्यूटिव आर्डर पर हस्ताक्षर किए. इसका उद्देश्य गर्भपात तक पहुंच को कम करना था. उन्होंने गर्भधारण को खत्म करने के संवैधानिक अधिकार को हटाने के अदालत के आदेश को "भयानक, चरम" फैसला बताया.
हालांकि राष्ट्रपति, जिनके इस मुद्दे पर पैंतरेबाजी की गुंजाइश सीमित है, ने कहा कि सबसे प्रभावी प्रतिक्रिया नवंबर के मध्यावधि चुनावों में बैलेट बॉक्स के जरिए उन्हें विधायिका का दृढ़ नियंत्रण सौंपकर दी जाएगी.
उन्होंने विशेष रूप से अमेरिकी महिलाओं को टारगेट करते हुए एक अपील में कहा- "वोट, वोट, वोट."
बाइडेन ने 1973 के रो वी वेड शासन का जिक्र किया, जिसने गर्भपात का अधिकार दिया था. उन्होंने कहा कि "रो को बहाल करने के लिए सबसे तेज़ी से रो को कोडिफाइंग करने वाला एक नेशनल लॉ पारित करना है. वह पारित होने पर मैं अपने डेस्क पर तुरंत हस्ताक्षर करूंगा. हम इंतजार नहीं कर सकते."
उन्होंने यदि रिपब्लिकन कांग्रेस का नियंत्रण लेते हैं, तो गर्भपात पर फेडरल बैन को पारित करने के किसी भी प्रयास को वीटो करने की कसम खाई. उन्होंने कहा कि, "हम सुप्रीम कोर्ट को रिपब्लिकन पार्टी के चरमपंथी तत्वों के साथ मिलकर काम करने की स्वतंत्रता और हमारी व्यक्तिगत स्वायत्तता को छीनने की अनुमति नहीं दे सकते."
गत 24 जून को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से कथित निष्क्रियता के लिए बाइडेन की उन्हीं की डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर आलोचना हुई. कई राज्यों ने गर्भपात पर प्रतिबंध लगा दिया है.
जब सभी को छोड़ PM मोदी से मिलने चले आए जो बाइडेन