मुस्कुराती कमला हैरिस और नजरे चुराते ट्रंप, बहस में बॉडी लैंग्वेज ने बता दिया जीता कौन

कमला हैरिस ने इस डिबेट के दौरान ज्यादातर समय पर डोनाल्ड ट्रंप की तरफ देखकर आराम से अपनी बात रखी. वो इस दौरान बेहद कॉन्फिडेंट दिखीं.उन्होंने महिलाओं के अधिकार की भी बात की.

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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई बहस में ट्रंप के सवालों का कमला ने दिया बेबाकी से जवाब
नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुए प्रेसिडेंशियल डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच तीखी बहस देखने को मिली. इस डिबेट के खत्म होने के बाद से ही अब डिबेट के दौरान कमला हैरिस की बॉडी लैंग्वेज को लेकर खासी चर्चा हो रही है. कमला हैरिस इस डिबेट के दौरान बेहद सहज दिखीं. वो ट्रंप के हर सवाल का मुसकुराते हुए जवाब दे रही थीं.कमला हैरिस को देखकर ऐसा लगा कि उन्हें अच्छे तरीके से मालूम था कि वो डोनाल्ड ट्रंप को कहां-कहां और किन-किन मुद्दों पर घेर सकती हैं. साथ ही कमला हैरिस ने इस डिबेट के दौरान अमेरिकी लोगों के कई मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया. चाहे बात मध्यवर्ग की हो या फिर गर्भपात के मुद्दे की, उन्होंने हर मुद्दे पर अपनी बात बेबाकी से रखी. 

महिलाओं के मुद्दे पर ट्रंप पर हावी हुई कमला

कमला हैरिस ने इस डिबेट के दौरान ज्यादातर समय पर डोनाल्ड ट्रंप की तरफ देखकर आराम से अपनी बात रखी. वो इस दौरान बेहद कॉन्फिडेंट दिखीं.उन्होंने महिलाओं के अधिकार की भी बात की. कमला हैरिस ने गर्भपात प्रतिबंध नीति की आलोचना की. हैरिस ने कहा कि किसी को सरकार से सहमत होने की खातिर अपने विश्वास व मान्यताओं को छोड़ने की आवश्यकता नहीं है. ट्रंप को किसी महिला को ये नहीं बताना चाहिए उसे अपने शरीर के साथ क्या करना है.

अर्थव्यस्था पर भी ट्रंप पर साधा निशाना 

हैरिस ने डिबेट के दौरान ट्रंप के शासन काल में अमेरिकी की अर्थव्यवस्था का खास तौर पर जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिस समय ट्रंप देश की सत्ता संभाल रहे थे उस दौरान अमेरिका की अर्थव्यस्था को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था. और अगर ये एक बार फिर सत्ता में आते हैं तो अर्थव्यस्था का बुरा हाल हो जाएगा. 

हमारे लिए बेरोजगारी छोड़ गए थे ट्रंप 

कमला हैरिस ने कहा कि जिस समय हमे देश की सत्ता मिली थी उस समय देश में बड़ी संख्या में बेरोजगारी थी. ट्रंप ने हमें बेरोजगारी गिफ्ट में दिया था. हमने अमेरिका को उस स्थिति से निकालकर अब यहां तक पहुंचाया है जहां हर एक शख्स के पास नौकरी है. 

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