- ट्रंप की टीम H-1B वीजा आवेदकों के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रही है, जिससे आवेदन प्रक्रिया प्रभावित हुई है
- भारत में अमेरिकी दूतावास ने वीजा अपॉइंटमेंट को आगे बढ़ाने की सूचना दी है
- यदि आवेदक पुराने अपॉइंटमेंट की तारीख पर दूतावास पहुंचता है तो उसे अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा
अगर आप अमेरिका में जाकर पढ़ना या काम करना चाहते हैं तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम आपका सोशल मीडिया अकाउंट भी खंगालेगी. यह चेक किया जाएगा कि आप क्या पोस्ट करते हैं, अमेरिका और उसके हितों को लेकर आपकी सोच क्या है. जब से सोशल मीडिया की जांच (वेटिंग) का यह नया नियम बनाया गया है, इसने एक बड़ी परेशानी खड़ी कर दी है. इसकी वजह से H-1B वीजा के लिए भारत से आवेदन करने वाले लोगों के एप्लीकेशन पर मुहर लगाने में बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा हो गया है. हालात यह है कि H-1B वीजा के लिए कई भारतीयों के लिए अमेरिकी दूतावास में अपॉइंटमेंट अगले साल के लिए स्थगित कर दिया गया है. अब भारत में अमेरिकी दूतावास ने मंगलवार, 9 दिसंबर की रात वीजा आवेदकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है.
इसमें कहा गया है, "अगर आपको एक ईमेल मिला है जिसमें बताया गया है कि आपके वीजा अपॉइंटमेंट को आगे बढ़ाया (रिशेड्यूल) गया है, तो मिशन इंडिया आपको अपॉइंटमेंट की नई तारीख पर आपकी सहायता करने के लिए तत्पर है."
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, H-1B वीजा के लिए दिसंबर में होने वाले इंटरव्यू को अगले साल मार्च तक के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है. हालांकि, कितने भारतीय आवेदकों के अपॉइंटमेंट को आगे टाला गया है, इसकी सटीक संख्या पता नहीं है. एक प्रमुख बिजनेस इमिग्रेशन लॉ फर्म के वकील स्टीवन ब्राउन ने कहा है, "मिशन इंडिया इस बात की पुष्टि करता है जो हम सुन रहे हैं. उन्होंने आने वाले हफ्तों में कई अपॉइंटमेंट को रद्द कर दिया है. सोशल मीडिया जांच करने के लिए इन अपॉइंटमेंट को मार्च के लिए टाल दिया गया है."
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नई H-1B वीजा पॉलिसी के तहत सितंबर में इसपर एक लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) की फीस भी थोपी थी. अब वो इसके लिए अप्लाई करने वाले लोगों के सोशल मीडिया अकाउंट की भी जांच कर रहे हैं. इस वीजा की मदद से कुशल भारतीय वर्कर्स अमेरिका में जाकर काम करते हैं.
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