अमेरिका के इंडियाना राज्य में स्थित प्रतिष्ठित पर्ड्यू विश्वविद्यालय के लापता भारतीय छात्र की मौत हो गई है. विश्वविद्यालय ने इसकी पुष्टि की. भारतीय छात्र नील आचार्य (Neel Acharya) रविवार को लापता हो गया था. पर्ड्यू के परिसर में मौरिस जे. जुक्रो प्रयोगशाला के पास नील का शव मिलने के बाद टिप्पेकेनो काउंटी कोरोनर कार्यालय के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के अंतरिम प्रमुख क्रिस क्लिफ्टन ने सोमवार को विभाग को भेजे एक ईमेल में कहा, ‘‘बहुत दुख के साथ मैं आपको सूचित कर रहा हूं कि हमारे एक छात्र नील आचार्य का निधन हो गया है. कंप्यूटर विज्ञान विभाग उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करता हैय मैं उनके जाने से बहुत दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उनके दोस्तों, परिवार और सभी प्रभावित लोगों के साथ हैं.''
नील की मौत का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. नील आचार्य की मां ने अपने बेटे के लापता होने की जानकारी रविवार को सोशल मीडिया पर दी थी. साथ ही अपने बेटे को ढूंढने की अपील भी की थी.
रविवार को, नील की मां गौरी आचार्य ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था, "हमारा बेटा नील आचार्य कल 28 जनवरी (12:30 पूर्वाह्न ईएसटी) से लापता है. वह अमेरिका में पर्ड्यू विश्वविद्यालय में पढ़ रहा है. उसे आखिरी बार उबर ड्राइवर ने देखा था, जिसने उसे पर्ड्यू विश्वविद्यालय में छोड़ा थाय हम उसके बारे में कोई पता लगा रहे हैं यदि आप कुछ जानते हैं तो कृपया हमारी मदद करें."
शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने उनके पोस्ट का जवाब देते हुए कहा था, "वाणिज्य दूतावास पर्ड्यू विश्वविद्यालय के अधिकारियों और नील के परिवार के साथ भी संपर्क में हैय वाणिज्य दूतावास हर संभव समर्थन और मदद देगा."
इस सप्ताह की शुरुआत में, अमेरिका में जॉर्जिया के लिथोनिया शहर में एक बेघर नशेड़ी ने 25 वर्षीय भारतीय छात्र के सिर पर करीब 50 बार हथौड़े से हमला किया जिससे उसकी मौत हो गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
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