US ने Omicron की पहचान करने पर की दक्षिण अफ्रीका की तारीफ, चीन को परोक्ष तमाचा

पहले डोनाल्ड ट्रम्प और अब राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के तहत, संयुक्त राज्य अमेरिका ने बार-बार चीन की आलोचना की है कि वह कोरोनोवायरस की उत्पत्ति पर आगे नहीं बढ़ रहा है. पहली बार दिसंबर 2019 में चीनी शहर वुहान में ही कोरोनावायरस का पता चला था.

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अमेरिका ने कोविड के नए वैरिएंट की त्वरित पहचान करने के लिए दक्षिण अफ्रीका की प्रशंसा की है.
वाशिंगटन:

संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of America) ने ओमिक्रॉन (Omicron) नामक नए कोविड स्ट्रेन की जल्दी से पहचान करने और दुनिया के साथ इस जानकारी को साझा करने के लिए शनिवार को दक्षिण अफ्रीका की प्रशंसा की है. अमेरिका के इस कदम को परोक्ष तौर पर चीन के लिए एक तमाचा माना जा रहा है क्योंकि चीन ने कोरोनावायरस के शुरुआत की न केवल खबर छुपाई बल्कि दुनिया को उसकी सही जानकारी भी नहीं दी.

अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा है कि विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों और सहयोग मंत्री, नलेदी पंडोर के साथ बात की और अफ्रीका में लोगों को कोविड -19 के खिलाफ टीकाकरण में सहयोग देने पर चर्चा की है. 

विदेश विभाग से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है, "विदेश मंत्री ब्लिंकन ने दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट की त्वरित पहचान करने के लिए वैज्ञानिकों और उसे पारदर्शी तरीके से दुनिया के सामने लाने पर दक्षिण अफ्रीकी सरकार की प्रशंसा की और कहा कि यह दुनिया के लिए एक मॉडल है."

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पहले डोनाल्ड ट्रम्प और अब राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रशासन के तहत, संयुक्त राज्य अमेरिका ने बार-बार चीन की आलोचना की है कि वह कोरोनोवायरस की उत्पत्ति पर आगे नहीं बढ़ रहा है. पहली बार दिसंबर 2019 में चीनी शहर वुहान में ही कोरोनावायरस का पता चला था. बाद में यह महामारी दुनिया भर में फैल गई थी. इससे अब तक दुनियाभर में 52 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है.

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इस साल अगस्त में अमेरिकी खुफिया समुदाय ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा था कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति पर किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा  सका है क्योंकि चीन ने उस अमेरिकी जांच में मदद करने से इनकार कर दिया, जिसमें यह पता किया जाना था कि कोरोना वायरस किसी रिसर्च लैबोरेट्री से फैला या किसी जानवर से.

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