अमेरिका के साथ खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए यूक्रेन तैयार: लंदन में बोले जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्‍की ने एक सोशल मीडिया पोस्‍ट में कहा कि हम खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं और यह सुरक्षा गारंटी की दिशा में पहला कदम होगा.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
लंदन:

अमेरिका के साथ खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए यूक्रेन तैयार है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्‍की ने रविवार को ब्रिटेन के मीडिया को यह जानकारी दी है. इसके बाद जेलेंस्‍की ने एक सोशल मीडिया पोस्‍ट में भी इसे दोहराया और साथ ही इसे सुरक्षा गारंटी की ओर पहला कदम बताया है. इस समझौते को यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने में मदद करने की दिशा में एक कदम माना जा रहा था. हालांकि जेलेंस्‍की की इस शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में तीखी बहस के बाद यह समझौता नहीं हो सका था.

सुरक्षा गारंटी के बिना युद्धविराम खतरनाक: जेलेंस्‍की

जेलेंस्‍की ने एक एक्‍स पोस्‍ट में कहा, "हम खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं और यह सुरक्षा गारंटी की दिशा में पहला कदम होगा. हालांकि यह पर्याप्त नहीं है, और हमें इससे कहीं अधिक की आवश्यकता है. सुरक्षा गारंटी के बिना युद्धविराम यूक्रेन के लिए खतरनाक है. हम तीन साल से लड़ रहे हैं और यूक्रेन के लोगों को यह जानने की जरूरत है कि अमेरिका हमारे पक्ष में है."

ट्रंप से हो गई थी तीखी बहस

जेलेंस्‍की ने यूक्रेन के विशाल खनिज संसाधनों के संयुक्त दोहन के लिए यूएस-यूक्रेन समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए शुक्रवार को व्हाइट हाउस पहुंचे थे. हालांकि ट्रंप ने अपने ओवल ऑफिस में जेलेंस्‍की को फटकार लगाई और कहा कि उन्‍हें तीन साल के युद्ध के दौरान अधिक आभारी होना चाहिए. साथ ही कहा कि अमेरिका की सहायता के बिना यूक्रेन पर रूस का कब्‍जा हो गया होता. 

साथ ही ट्रंप ने कहा, "या तो आप कोई समझौता करने जा रहे हैं या हम बाहर हैं." साथ ही कहा, "और अगर हम बाहर हैं तो आप लड़ेंगे और मुझे नहीं लगता कि यह अच्छा होगा."

नहीं हो सके थे हस्‍ताक्षर

ट्रंप ने पहले कहा था कि प्रस्तावित खनिज सौदा "बहुत निष्पक्ष" होगा. यह प्रस्ताव यूक्रेन को युद्धविराम में मदद करने के लिए वाशिंगटन को वित्तीय लाभ देने के लिए था. हालांकि डोनाल्‍ड ट्रंप ने यूरोपीय सैनिकों के समर्थन के रूप में किसी भी अमेरिकी सैन्य बल को देने से इनकार कर दिया है, जो शांति सैनिकों के रूप में कार्य कर सकते थे. 

Advertisement

तीखी नोकझोंक के बाद जेलेंस्‍की जाने के लिए कहे जाने के तुरंत बाद तुरंत चले गए थे. व्हाइट हाउस ने कहा कि खनिज समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए गए हैं. 

Featured Video Of The Day
Yamuna River खतरे के निशान पर, Delhi में बाढ़ का खतरा, जानें प्रभावित इलाके और तैयारियां | Flood
Topics mentioned in this article