'और हथियार दीजिए...वरना जमीन पर और बहेगा खून', यूक्रेन की पश्चिमी देशों से गुहार

यूक्रेन संकट के बीच इजराइल के पीएम नफ्ताली बेनेट (Israel PM Naftali Bennett) ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) से मुलाकात की. बेनेट के कार्यालय ने दोनों नेताओं की रूसी राष्ट्रपति कार्यालय में हुई मुलाकात की पुष्टि भी की है.

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यूक्रेनी पक्ष ने कहा कि अब नई वार्ता सोमवार को होगी.
नई दिल्ली:

यूक्रेन ने शनिवार को पश्चिमी देशों से सैन्य सहायता देने का आग्रह किया. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पत्रकारों के एक छोटे समूह से कहा, "हमारी सबसे ज्यादा मांग लड़ाकू विमानों, और वायु रक्षा प्रणालियों की है."अपने अमेरिकी समकक्ष एंटनी ब्लिंकन के साथ मुलाकात के बाद उन्होंने कहा, "अगर हम अपना फ्लाईंग जोन खो देते हैं, तो यकीनन जमीन पर और खून बहेगा."

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिम को युद्ध की चेतावनी दी, उन्होंने कहा कि कहा कि कोई भी देश जो यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन लगाने की मांग करता है, उसे मास्को द्वारा युद्ध में शामिल माना जाएगा. वहीं नो फ्लाई जोन की मांग को खारिज किए जाने पर नाटो की आलोचना की. असल में इस बात का डर है कि अगर नो फ्लाई जोन बनाया गया तो यह एक व्यापक युद्ध को जन्म दे सकता है .

यूक्रेन संकट के बीच इजराइल के पीएम नफ्ताली बेनेट (Israel PM Naftali Bennett) ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) से मुलाकात की. बेनेट के कार्यालय ने दोनों नेताओं की रूसी राष्ट्रपति कार्यालय में हुई मुलाकात की पुष्टि भी की है. यूक्रेन पर आक्रमण शुरू होने के बाद से यह पुतिन की किसी विदेशी नेता के साथ पहली आमने-सामने मुलाकात थी

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इस्राइली नेता ने बाद में ज़ेलेंस्की से बात की. कीव ने इस्राइल से - जिसके रूस और यूक्रेन दोनों के साथ मजबूत संबंध हैं - मास्को के साथ बातचीत शुरू करने के लिए कहा था. अज़ोज़ सागर पर स्थित रणनीतिक शहर मारियुपोल पर कई दिनों से हमले हो रहे हैं. नतीजतन वहां बिजली, भोजन और पानी की दिक्कत भी होने लगी. रूस द्वारा मानवीय गलियारा खोलने के बाद, शहर के अधिकारियों ने कहा कि 450,000 की आबादी बस और निजी कारों से जाना शुरू कर सकती है.

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लेकिन अधिकारी कह रहे हैं कि, "रूसी पक्ष युद्धविराम का पालन नहीं करता है और उसने खुद मारियुपोल और आसपास के इलाके में गोलाबारी जारी रखी है. " वहीं घेराबंदी करते हुए रूसी सेना राजधानी कीव के करीब पहुंच गई, अब यूक्रेन में हो रहे हमले ज्यादा घातक हो रहे हैं. बुचा और इरपिन जैसे मजदूर वर्ग वाले शहर आग की चपेट में हैं. यहां आवासीय क्षेत्रों पर बमबारी हो रही है. 

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तबाही का मंजर

एक व्यक्ति जिसने अपना नाम केवल सर्गेई बताया उसने एएफपी को बताया, जब हवाई हमले का सायरन बज रहा था. "वे फ़ार्मेसी के लिए कतार में थे, अब वे सभी मर चुके हैं" यहां चारों तरफ लाशें नजर आ रही है. एएफपी के पत्रकारों ने तबाही के दृश्य देखे . ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि यूक्रेनी सेना देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के आसपास पलटवार कर रही थी, जिससे "आक्रमणकारियों को भारी नुकसान हुआ.

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मॉस्को ने अब तक केवल दो प्रमुख शहरों - यूक्रेन के दक्षिणी काला सागर तट पर बर्दियांस्क और खेरसॉन पर कब्जा कर लिया है .हालांकि, क्रेमलिन ने कहा कि वह बेलारूस में यूक्रेन के साथ तीसरे दौर की बातचीत का इंतजार कर रहा है. यूक्रेनी पक्ष ने कहा कि अब नई वार्ता सोमवार को होगी. युद्ध का गंभीर वैश्विक आर्थिक प्रभाव पड़ा है, और आईएमएफ ने शनिवार को चेतावनी दी कि संघर्ष बढ़ने पर इसके प्रभाव "ज्यादा विनाशकारी" होंगे. जैसे कि रूस के व्यापार और पश्चिम के साथ अन्य संपर्क लगातार कट रहे हैं.

मीडिया ने रूस में रोका कामकाज

रूसी में ट्विटर पर प्रतिबंध लगा दिया गया और रूस में फेसबुक को ब्लॉक कर दिया गया. बीबीसी और ब्लूमबर्ग न्यूज़ सहित कई समाचार आउटलेट्स ने कहा कि वे रूस में अपने काम को अस्ताई समय तक निलंबित कर रहे हैं क्योंकि रूस ने हाल में एक नया कानून लेकर आया है. जिसके तहत सेना के बारे में "फर्जी समाचार" प्रकाशित करने के लिए 15 साल तक की जेल और जुर्माना का प्रावधान किया गया है.

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सीएनएन ने कहा कि वह रूस में प्रसारण रोक देगा, जबकि स्वतंत्र रूसी समाचार पत्र नोवाया गजेटा ने कहा कि यह यूक्रेन की सामग्री को हटा देगा।. क्रेमलिन ने शनिवार को नए कानून का बचाव करते हुए कहा कि यह आवश्यक था क्योंकि देश " युद्ध" का सामना कर रहा था. रूस आर्थिक, खेल और सांस्कृतिक क्षेत्रों में अलग-थलग पड़ जाने के कारण पुतिन अभी भी डिगने का नाम नहीं ले रहे हैं.

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