यूक्रेन (Ukraine) पर रूस के हमले (Russian Attack) का खतरा अब टलने लगा है. रूस की तरफ से बयान आया है कि क्रीमिया (Crimea) में उसका सैन्य अभ्यास ख़त्म हो गया है और वो उसकी सेना वापसी कर रही है. क्रीमिया को रूस ने 2014 में यूक्रेन से छीन लिया था. इससे एक दिन पहले रूस ने यूक्रेन की सीमा से पहले सैन्य जत्थे की वापसी की घोषणा की थी. सामाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दक्षिण सैन्य बेस की यूनिट्स ने अपना सैन्य अभ्यास पूरा कर लिया है और वो अब अपने स्थाई ठिकाने की ओर लौट रहे हैं. रूसी टेलीविज़न पर भी रूसी सेना के एक पुल वापस कर रूसी नियंत्रण वाले इलाके में लौटती हुई तस्वीरें दिखाई गईं. इससे पहले मंगलवार को रूसी समाचार एजेंसियों ने रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से कहा था, 'साउदर्न और नार्दन मिलिट्री की इकाइयों ने अपना टास्क पूरा कर लिया है. उन्होंने रेल और रोड ट्रांसपोर्ट के जरिये लोडिंग शुरू कर दी है और वो अपने सैन्य ठिकानों में वापस लौट जाएंगे.' इसके बाद अमेरिका और फ्रांस ने पूछा था कि इस बात का क्या सबूत है कि रूस की सेनाएं वापस लौटने लगी हैं.
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फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इन दावों को सत्यापित करने की बात पर जोर दिया था. साथ ही कहा है कि अभी तक कोई सबूत नहीं हैं, जिससे यह साबित हो सके कि रूस ने यूक्रेनी सीमा से सैनिकों को वापस लेना शुरू कर दिया है.
यूक्रेन की सीमा पर डेढ़ लाख से अधिक रूसी सेनाओं की तैनाती हो गई थी जिससे अमेरिका और पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ गई थी.
रूस का यह बयान तब आया है, जब अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) यूरोप (Europe) में बढ़ते संकट के बीच क्षेत्र की यात्रा पर रवाना हुए थे. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) का ऐसा कोई भी कदम ‘‘खुद को चोट पहुंचाने'' वाला साबित होगा. उन्होंने मॉस्को को आगाह किया था कि अमेरिका और उसके सहयोगी देश ‘‘निर्णायक'' रूप से प्रतिक्रिया देंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिका इस मुद्दे को हल करने के लिए कूटनीतिक तरीके से बातचीत के लिए अब भी तैयार हैं. उसने कहा था कि रूस के 1,50,000 से अधिक सैनिक अब भी यूक्रेन सीमा पर एकत्रित हैं.