ब्रिटेन के पूर्व PM डेविड कैमरन ने विदेश मंत्री के रूप में ब्रिटिश सरकार में की वापसी

डेविड कैमरन 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे और 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व किया था. 57 वर्षीय कैमरन ने ‘ब्रेक्जिट’ जनमत संग्रह के मद्देनजर हारने के बाद 2016 में प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

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डेविड कैमरन विदेश मंत्री के रूप में ब्रिटिश सरकार में फिर लौट आए हैं.(फाइल फोटो)

ब्रिटेन में अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले प्रधानमंत्री ऋषि सनक (Rishi Sunak) ने कैबिनेट में फेरबदल (UK Cabinet Reshuffle) शुरू कर दिया है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने सोमवार को एक अभूतपूर्व कदम के तहत देश के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन (David Cameron) को नया विदेश मंत्री नियुक्त किए जाने का ऐलान किया. AFP की रिपोर्ट के अनुसार,जेम्स क्लेवरली (James Cleverly) की जगह पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन अब नए विदेश मंत्री हैं. इस तरह ब्रिटेन के पूर्व नेता डेविड कैमरन सोमवार को विदेश मंत्री के रूप में ब्रिटिश सरकार में फिर लौट आए.

ऋषि सुनक ने भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन के किया बर्खास्त
पीएम ऋषि सुनक ने भारतीय मूल की अपनी गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) को बर्खास्त कर दिया, क्योंकि उन पर ब्रिटेन में हफ्तों तक चले विवादास्पद फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों और जवाबी विरोध प्रदर्शनों के दौरान तनाव बढ़ाने का आरोप लगा था.

भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर ब्रेवरमैन की टिप्पणियों को लेकर उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के कई सदस्यों का दबाव था और साथ में उन्हें विपक्ष के हमलों का भी सामना करना पड़ रहा था.

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सुएला ब्रेवरमैन की जगह  54 वर्षीय विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को गृह मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है. कैमरून के विदेश मंत्री बनने की घोषणा करने से पहले जेम्स क्लेवरली मंत्री सचिव थे.

कैमरन ने 2016 में प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था इस्तीफा
कैमरन 2010 से 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे थे और 2005 से 2016 तक कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व किया था. 57 वर्षीय कैमरन ने ‘ब्रेक्जिट' (यूरोपीय संघ से अलग होने पर) जनमत संग्रह के मद्देनजर हारने के बाद 2016 में प्रधान मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. वह उसी वर्ष एक सांसद के रूप में खड़े हो गए. वित्त समूह ग्रीनसिल कैपिटल (Greensill Capital) के लिए यूके सरकार (UK government) की पैरवी करने के बाद, वह 2021 में  एक घोटाला मामले में फंस गए, जो बाद में खत्म हो गया. इस मामले ने उनकी प्रतिष्ठा को बुरी तरह से धूमिल कर दिया. 

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कैमरन को ‘हाउस ऑफ कॉमंस' का सदस्य बनाया जाएगा
ब्रिटेन की संसद के ऊपरी सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने घोषणा की है कि कैमरन को ‘हाउस ऑफ कॉमंस' का सदस्य  बनाया जाएगा. उन्हें संसदीय प्रोटोकॉल के अनुसार ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स' का सदस्य बनना पड़ेगा, जिसका मतलब है कि वह सरकार में बैठ सकते हैं.

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नई भूमिका को कैमरन ने खुशी से किया स्वीकार
पूर्व प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री के रूप में नियुक्ति के बाद कहा कि उन्होंने इस भूमिका को "खुशी से स्वीकार" किया क्योंकि ब्रिटेन को "अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों का एक कठिन सेट" का सामना करना पड़ रहा है."

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डेविड कैमरन ने कहा, 'हालांकि मैं पिछले सात वर्षों से मुख्य राजनीति से बाहर हूं, मुझे उम्मीद है कि मेरा अनुभव- ग्यारह वर्षों तक कंजर्वेटिव नेता और छह वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में- प्रधानमंत्री सुनक को इन महत्वपूर्ण चुनौतियों से निपटने में मदद करने में  मेरी सहायता करेगा.'

कैमरन ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'हालांकि मैं कुछ व्यक्तिगत निर्णयों से असहमत हो सकता हूं, लेकिन मेरे लिए यह स्पष्ट है कि ऋषि सुनक एक मजबूत और सक्षम प्रधानमंत्री हैं, जो कठिन समय में अनुकरणीय नेतृत्व कर रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'मैं हमारे देश को आवश्यक सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करने में उनकी मदद करना चाहता हूं और ब्रिटेन की सेवा करने वाली सबसे मजबूत संभावित टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं जिसे आम चुनाव होने पर देश के सामने पेश किया जा सकता है.'

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