अमेरिकी नौसेना के दो नाविक गुरुवार शाम को सोमालिया के तट पर ऑपरेशन के दौरान लापता हो गए. अमेरिकी सेना ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि नौसैनिको का पता लगाने के लिए खोज और बचाव अभियान जारी है. पिछले कुछ समय से लाल सागर और भूमध्य सागर को हिंद महासागर से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग बाब-अल-मंडेब जलडमरूमध्य के आसपास की स्थिति यमन स्थित हूती आतंकवादियों के हमलों के कारण बिगड़ गई है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया, "नौसैनिको को कई मिशनों का समर्थन करने वाले यूएस 5वें बेड़े (सी5एफ) क्षेत्र में तैनात किया गया था." बयान में कहा गया है कि जब तक कर्मियों को तलाशने का अभियान पूरा नहीं हो जाता, तब तक कोई अतिरिक्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाएगी.
बता दें कि हाल ही में यमन में हूती विद्रोहियों के ठिकानों के खिलाफ अमेरिका के साथ मिलकर ब्रिटेन ने संयुक्त हवाई हमला किया था. नवंबर 2023 से लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय नौवहन को निशाना बना रहे हूती के खिलाफ अमेरिका के नेतृत्व वाला यह पहला हमला था. ब्रिटेन, अमेरिका, बहरीन, कनाडा, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड और कोरिया गणराज्य की सरकारों के एक संयुक्त बयान में दोहराया गया कि कड़ी चेतावनियों के बावजूद, अमेरिका और ब्रिटेन के जहाजों सहित लाल सागर में जहाजों के खिलाफ कई मिसाइल और एकतरफा हमले जारी थे. इसलिए हूतियों के खिलाफ हमले किये जा रहे हैं.
लाल सागर में पिछले कुछ महीनों से हूती विद्रोही लगातार समुद्री जहाजों को निशाना बना रहे हैं. संकट बढ़ने से समुद्री व्यापार पर गहरा असर पड़ने की आशंका है. वैकल्पिक मार्ग से माल ढुलाई पर लागत 60 प्रतिशत तक और बीमा प्रीमियम 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है. एक रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है. ऐसे में हूतियों निपटना बेहद जरूरी हो गया है.
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