- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल पचास प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है.
- ट्रंप ने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर साइन किया है जो भारत के अतिरिक्त टैरिफ को कानूनी मान्यता देता है.
- यह आदेश भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने और यूक्रेन युद्ध में रूसी समर्थन के आरोप पर आधारित है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ और लगाने का ऐलान कर दिया है. इसके साथ ही अब भारत पर कुल टैरिफ 50 फीसदी हो गया है. ट्रंप ने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर को साइन कर दिया है जो अतिरिक्त टैरिफ से जुड़ा हुआ है. इससे पहले 30 जुलाई को ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान किया था. ट्रंप पिछले दिनों कई बार यह बात दोहारा चुके हैं कि भारत, रूस से तेल खरीदता है और ऐसा करके वह यूक्रेन युद्ध को भड़काने में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मदद कर रहा है.
क्या है ट्रंप के ऑर्डर में
जो एग्जिक्यूटिव ऑर्डर ट्रंप ने साइन किया है उसके अनुसार 8 मार्च 2022 को रूस पर यूक्रेन पर हमला करने के चलते कुछ आयात और निवेशों पर प्रतिबंध लगाया गया था. अमेरिका ने एक एग्जिक्यूटिव ऑर्डर 14066, 15 अप्रैल 2021 को साइन किया था जिसके तहत रूस से कच्चे तेल, पेट्रोलियम; और पेट्रोलियम ईंधन, तेल और उनसे जुड़े उत्पादों का अमेरिका में आयात बैन था. ट्रंप के अनुसार ऑर्डर 2 के तहत वह भारत पर टैरिफ लगाने का आदेश साइन करते हैं.
कब से होगा लागू
इस आदेश में लिखा है, 'मैं पाता हूं कि भारत सरकार वर्तमान में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूसी संघ से तेल आयात कर रही है. इसके अनुसार और लागू कानून के तहत अमेरिका के टैरिफ क्षेत्र में आयातित भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत की अतिरिक्त मूल्यानुसार शुल्क दर लागू होगी.' राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने वाणिज्य मंत्री को यह पता लगाने का काम सौंपा है कि क्या बाकी देश प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रूसी तेल खरीद रहे हैं. ट्रंप ने इन देशों पर भी दंडात्मक शुल्क लगाने की धमकी दी है. नियमों के तहत नई टैरिफ दरें ऐलान होने के 21 दिन बाद से लागू हो जाएंगी यानी 21 अगस्त से भारत पर बढ़ी हुईं टैरिफ दरों को लागू किया जाएगा.
क्या होगा भारत पर असर
ट्रंप के इस टैरिफ ऐलान पर फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशंस के सीईओ और डीजी अजय सहाय ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, 'अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर जो अतिरिक्त 25 फीसदी रिसिप्रोकल टैरिफ लगाया उसके बाद अब भारत पर यह टैरिफ 50 फीसदी हो गया है. इसका भारत के एक्सपोर्ट सेक्टर पर बहुत बुरा असर पड़ेगा. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारतीय एक्सपोर्टरों के लिए इस अतिरिक्त बोझ को उठाना बहुत मुश्किल होगा.