ट्रंप के 'जानी दुश्मन' के राज से अमेरिका में हड़कंप, ईरान से बोला था- मार डालो

अमेरिका के संघीय जांच ब्यूरो ने बताया कि ट्रंप के गोल्फ क्लब में रविवार को ‘‘उनकी हत्या की कोशिश’’ की गई. मार्टिन काउंटी के शेरिफ विलियम स्नाइडर के अनुसार, हिरासत में लिए गए व्यक्ति का व्यवहार शांत और संतुलित था तथा जब उसे पकड़ा तो उसने यह भी नहीं पूछा कि उसे क्यों पकड़ा गया है.

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वाशिंगटन:

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश करने वाले 58 वर्षीय रयान वेस्ले राउथ को लेकर कई अहम खुलासे हो रहे हैं. रयान वेस्ले राउथ का नॉर्थ कैरोलाइना में पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है और ये पूर्व राष्ट्रपति का आलोचक है. राउथ 2019 से ही डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चंदा देता रहा है. इतना ही नहीं राउथ ने 2023 में ‘न्यूयॉर्क टाइम्स' से एक साक्षात्कार में कहा था कि वह तालिबान से बचकर आए अफगान सैनिकों को यूक्रेन के लिए भर्ती करना चाहता है. उसने कहा था कि उसकी योजना उन्हें अवैध रूप से पाकिस्तान और ईरान के जरिए यूक्रेन ले जाने की है. उसने कहा था कि दर्जनों लोगों ने इसमें रुचि व्यक्त की है.

"यूक्रेन के लिए मरने को तैयार"

अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, हिरासत में लिए गए रयान वेस्ले राउथ के सेलफोन रिकॉर्ड से पता चलता है कि डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने से लगभग 12 घंटे पहले तक वो गोल्फ कोर्स के पास था. एपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, राउथ पर पहले से कई मामले दर्ज हैं. संदिग्ध ने एक किताब लिखकर ईरान से पूर्व राष्ट्रपति की हत्या करने का आग्रह किया था और कहा कि वह यूक्रेन के लिए मरने को तैयार.

"झाड़ियों के बीच छुपा था"

रयान वेस्ले राउथ ने रविवार को डोनाल्ड ट्रंप पर उस वक्त हमला किया जब वो फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपने गोल्फ क्लब में खेल रहे थे. मियामी में प्रभारी विशेष एजेंट राफेल बैरोस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि ‘सीक्रेट सर्विस' के एजेंट ने वेस्ट पाम बीच में ‘ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब' की सीमा के पास मौजूद एक बंदूकधारी पर गोलियां चलाईं. ट्रंप जहां गोल्फ खेल रहे थे, वहां से कुछ दूरी पर छिपकर बैठे ‘अमेरिकी सीक्रेट सर्विस' के एजेंट ने देखा कि लगभग 400 गज की दूरी पर झाड़ियों के बीच से एक राइफल की नाल दिख रही है.

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पाम बीच काउंटी के शेरिफ रिक ब्रैडशॉ ने बताया कि एजेंट ने गोली चलाई जिसके बाद वहां मौजूद संदिग्ध भाग गया. हालांकि उसे बाद में पकड़ लिया गया. ट्रंप के प्रचार अभियान के संचार निदेशक स्टीवन चेउंग ने इसके तुरंत बाद जारी एक बयान में कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप के पास गोलियां चलीं लेकिन वह सुरक्षित हैं.

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इस घटना से मात्र नौ सप्ताह पहले ही एक बंदूकधारी ने पेंसिल्वेनिया में 13 जुलाई को एक चुनावी रैली के दौरान ट्रंप (78) को निशाना बनाकर गोलीबारी की थी. इस हमले में एक गोली ट्रंप के दाहिने कान को छूकर निकल गई थी. (भाषा इनपुट के साथ)

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