अमेरिकी सेना ने सोमवार को अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों के अंतिम दल की विदाई की घोषणा की. तालिबान द्वारा देश पर नियंत्रण करने के बाद अमेरिकी सैनिकों की विदाई के साथ 20 साल के संघर्ष का समापन हुआ. मध्य कमान के प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी ने कहा, "मैं यहां अफगानिस्तान से अपनी वापसी पूरी होने और अमेरिकी नागरिकों को निकालने के लिए सैन्य मिशन की समाप्ति की घोषणा करने आया हूं." मैकेंजी ने कहा कि एक बड़े सी-17 सैन्य परिवहन विमान ने काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से काबुल के समयानुसार आधी रात से एक मिनट पहले उड़ान भरी.
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस साल की शुरुआत में अमेरिकी सेना की वापसी के लिए 31 अगस्त की समय सीमा तय की थी.
इस्लामिक स्टेट-खोरासन ने दो सप्ताह के निकासी अभियान के दौरान दो हमले किए. एक आत्मघाती बम विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित 100 से अधिक लोग मारे गए थे. इसके बाद भारी सुरक्षा के बीच अंतिम उड़ान हुई.
मैकेंजी ने कहा कि तालिबान दोनों पक्षों के बीच गहरी दुश्मनी के बावजूद निकासी और अंतिम उड़ानों के संचालन में "बहुत मददगार और उपयोगी" रहा है.
अल-कायदा द्वारा अमेरिका पर 11 सितंबर, 2001 के हमलों के बाद 2001 में ही तालिबान को सत्ता से बेदखल करने के लिए अमेरिकी सैनिक नाटो गठबंधन के नेतृत्व में अफगानिस्तान आए थे.
अमेरिकी सेना द्वारा 20 साल के युद्ध को समाप्त करने और उसके अफगानिस्तान से बाहर निकलने की पुष्टि के बाद काबुल में गोलियों की आवाज सुनी गई.