- थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद पर जारी सैन्य संघर्ष में 138000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं,14 की मौत.
- थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने कहा कि सीमापार सैन्य संघर्ष के युद्ध में बदलने की संभावना बनी हुई है.
- संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस सीमा विवाद पर आज आपातकालीन बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है.
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच का सैन्य संघर्ष दूसरे दिन भी जारी है. इस बीच थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधान मंत्री फुमथम वेचयाचाई ने शुक्रवार, 25 जुलाई को चेतावनी दी कि कंबोडिया के साथ सीमा पार संघर्ष "युद्ध में बदल सकते हैं." अभी दोनों देशों के एक दूसरे पर हवाई और जमीनी हमले को घातक रूप लिए 48 घंटे भी नहीं हुए हैं और थाईलैंड की सीमा पर रहने वाले 138000 लोगों को अपना घर छोड़कर कैंप्स में जाना पड़ा है.
दोनों देशों के बीच लंबे समय से चला आ रहा सीमा विवाद गुरुवार को जेट, तोपखाने, टैंक और जमीनी सैनिकों के हमले के साथ तीव्र लड़ाई में बदल गया. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद शुक्रवार को इस संकट पर एक आपातकालीन बैठक आयोजित करने के लिए तैयार है. सीमा के पास कंबोडियाई हिस्से से तोपखाने के हमलों की लगातार गड़गड़ाहट सुनी जा रही हैं. थाईलैंड के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 138,000 से अधिक लोगों को थाईलैंड के सीमावर्ती क्षेत्रों से निकाला गया है, जिसमें 15 लोगों की मौत की सूचना है. इनमें से 14 नागरिक और एक सैनिक है. इसके अलावा 15 सैनिकों सहित 46 अन्य घायल हो गए हैं.
दोनों देशों की सीमा से 20 किलोमीटर दूर, कंबोडियन शहर समरोंग में, न्यूज एजेंसी एएफपी के पत्रकारों ने देखा कि गोलीबारी के बीच परिवार अपने बच्चों और सामान के साथ वाहनों में तेजी से भाग रहे थे. 41 साल के प्रो बाक ने एएफपी को बताया, "मैं सीमा के बहुत करीब रहता हूं. हम डरे हुए हैं क्योंकि उन्होंने सुबह करीब 6:00 बजे फिर से गोलीबारी शुरू कर दी." वह अपनी पत्नी और बच्चों को शरण लेने के लिए एक बौद्ध मंदिर में ले जा रहे थे. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि हम घर कब लौट पाएंगे."
एएफपी के पत्रकारों ने सैनिकों को रॉकेट लांचर चलाने और तेजी से सीमा की ओर बढ़ते हुए भी देखा. मलेशिया के प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम, जिनका देश वर्तमान में क्षेत्रीय ब्लॉक आसियान का अध्यक्ष है, ने कहा कि उन्होंने गुरुवार को दोनों देशों के नेताओं के साथ बातचीत की और युद्धविराम और बातचीत का आह्वान किया.
उन्होंने गुरुवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "मैं इस (युद्धविराम) रास्ते पर आगे बढ़ने पर विचार करने के लिए बैंकॉक और नोम पेन्ह, दोनों द्वारा दिखाए गए सकारात्मक संकेतों और इच्छा का स्वागत करता हूं." बता दें कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक है जबकि कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह है. हालांकि दूसरी तरफ सच्चाई यह है कि जमीन पर अभी भी दोनों तरफ से हमले जारी हैं. थाई सेना ने कहा शुक्रवार को सुबह 4:00 बजे के आसपास तीन क्षेत्रों में लड़ाई फिर से शुरू हो गई. सेना ने कहा कि कंबोडियन बलों ने भारी हथियारों, फील्ड आर्टिलरी और बीएम-21 रॉकेट सिस्टम के साथ बमबारी की, और थाई सैनिकों ने उचित जवाब दिया है.