थाईलैंड- कंबोडिया में ट्रंप का कराया सीजफायर 44 दिन में फेल, हवाई हमले जारी

Thailand Cambodia Border Clash: जुलाई में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद पांच दिनों के संघर्ष में बदल गया था. इन झड़पों के दौरान कम से कम 48 लोग मारे गए और अनुमानित 300,000 लोग अस्थायी रूप से विस्थापित हुए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • थाईलैंड और कंबोडिया की सेना के बीच सीमा पर फिर से संघर्ष शुरू हो गया है जिसमें एक थाई सैनिक की मौत हुई है
  • थाईलैंड ने कंबोडिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं और कंबोडिया ने इसका विरोध किया है
  • दोनों देशों ने एक-दूसरे पर ट्रंप की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक बार फिर सीमा पर संघर्ष शुरू हो गया है. थाईलैंड की सेना ने सोमवार, 8 दिसंबर को कहा कि कंबोडिया की तरफ से हुए हमले में कम से कम एक थाई सैनिक की मौत हो गई और चार घायल हो गए हैं. अब इसके जवाब में थाईलैंड ने कंबोडिया पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं. दरअसल दोनों देशों ने एक दूसरे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

थाईलैंड सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया, "थाईलैंड ने अब कई क्षेत्रों में (कंबोडियाई) सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए लड़ाकू विमानों का उपयोग करना शुरू कर दिया है." वहीं कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि थाई सेना ने कई दिनों तक उत्तेजक कार्रवाई की है, उसने दो स्थानों पर कंबोडियाई सेना पर हमले किए थे. कंबोडियाई सेना ने कहा कि उसने थाईलैंड के हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई नहीं की है.

जबकि थाईलैंड की सेना ने कहा कि कंबोडिया की सेना ने थाईलैंड के नागरिक क्षेत्रों की ओर बीएम-21 रॉकेट दागे हैं, हालांकि किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. यानी कुल मिलाकर दोनों देश एक दूसरे पर सीजफायर तोड़ने और हमला करने का आरोप लगा रहे हैं.

जुलाई में छिड़ी थी जंग, ट्रंप ने कराई थी सुलह

जुलाई में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पांच दिनों के संघर्ष में बदल गया था. इन झड़पों के दौरान कम से कम 48 लोग मारे गए और अनुमानित 300,000 लोग अस्थायी रूप से विस्थापित हुए. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर रॉकेट और भारी तोपखाने से गोलीबारी की. इसके बाद मलेशियाई प्रधान मंत्री अनवर इब्राहिम और डोलान्ड ट्रंप की मध्यस्थता दोनों देशों के बीच युद्धविराम समझौता हुआ. हालांकि पिछले महीने एक बारूदी सुरंग विस्फोट में एक सैनिक के मारे जाने के बाद, थाईलैंड ने कहा कि वह कंबोडिया के साथ युद्धविराम समझौते पर रोक लगा रहा है. 

ट्रंप ने 26-27 अक्टूबर को मलेशिया का दौरा किया था और तभी इस युद्धविराम समझौते पर साइन किया गया था. यानी इस समझौते के 44 दिन बाद ही सीमा पर हिंसा हो गई है.

Featured Video Of The Day
Syed Suhail | Babri Masjid Controversy: 'बाबरी' के लिए Humayun Kabir को अब तक कितना चंदा मिला?