थाईलैंड और कंबोडिया के बीज स्थिति और खराब होती दिख रही है
- थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद में अब तक कुल 42 लोगों की मौत और कई गंभीर घायल हुए हैं.
- कंबोडिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से बिना शर्त तत्काल युद्धविराम की मांग की है.
- थाईलैंड ने विवाद सुलझाने के लिए किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को खारिज कर द्विपक्षीय बातचीत पर जोर दिया है.
थाईलैंड और कंबोडिया के जारी संघर्ष हर बीतते दिन के साथ और खतरनाक होता दिख रहा है. इस लड़ाई में अभी तक थाईलैंड में 27 लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. वहीं कंबोडिया में भी 15 लोगों के मारे जाने की खबर है. दोनों देशों की लड़ाई में लड़ाकू विमानों, तोप-गोलों और जमीनी सेना का भी इस्तेमाल हो रहा है. इस जारी संघर्ष के बीच थाईलैंड बॉर्डर पर तनाव लगातार बढ़ रहा है.
थाईलैंड की सेना ने सामरिक स्थिति के अनुसार जवाबी कार्रवाई की और स्थानीय नागरिकों को झड़प वाले क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी जारी की. नेशनल ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज ऑफ थाईलैंड ने सुरिन प्रांत के एक स्थानीय अधिकारी के हवाले से बताया कि शुक्रवार सुबह फिर से सीमा के पास तोपों की आवाजें सुनी गईं.कंबोडिया के ओडर मीनचे प्रांत के डिप्टी गवर्नर मेट मियास फेकदी ने शिन्हुआ को बताया कि गुरुवार को थाई गोलाबारी में एक कंबोडियाई नागरिक की मौत हो गई और 5 अन्य घायल हुए हैं.
उन्होंने कहा कि सीमा के पास रहने वाले 2,900 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. शुक्रवार सुबह तक भी लड़ाई जारी है.कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय की अंडरसेक्रेटरी और प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेटा ने शुक्रवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि थाई सेना ने ओडर मीनचे और प्रीआह विहेयर प्रांतों में कई स्थानों पर भारी हथियारों, एफ-16 लड़ाकू विमानों और क्लस्टर बमों का उपयोग किया.