- अमेरिका के राज्य टेक्सास में बाढ़ ने 82 लोगों की जान ले ली, जबकि 41 लोग अभी भी लापता हैं.
- अकेले 68 मौतें केर काउंटी में हुईं, जहां कैंप मिस्टिक बाढ़ में डूब गया. बचाव दल लापता लोगों की खोज में जुटा है, नए तूफान का खतरा बना है
- राष्ट्रपति ट्रंप ने बाढ़ के लिए पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया. ट्रंप ने टेक्सास के लिए आपदा घोषणा की, जिससे राहत संसाधन उपलब्ध होंगे
- फ्लैश फ्लड ने कैंप में सो रही लड़कियों को बहा दिया, मलबे में शव भी मिले.
Texas flood Updates: अमेरिका के टेक्सास में अभी जल प्रलय आ रखा है. शुक्रवार, 4 जुलाई को अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) के बाद से अमेरिकी राज्य टेक्सास में कम से कम 82 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि अन्य 41 लोग अभी भी लापता हैं. टेक्सास में बचाव दल लापता लोगों को खोजने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं लेकिन मौसम विभाग की ओर से मध्य टेक्सास में नई बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है.
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि मरने वालों की संख्या बढ़ना तय है. क्षेत्र में अगले 24-48 घंटों में और अधिक तूफान आने की आशंका है, जिससे बचाव टीमों को परेशानी हो सकती है. बचाव टीमें पहले से ही कीचड़ और मलबे में लापता लोगों को ढूढ़ते समय जहरीले सांपों का सामना कर रही हैं. यह टेक्सास के इतिहास में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन माना जा रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह "संभवतः" शुक्रवार को इस दक्षिणी राज्य का दौरा करेंगे.
गलती किसकी? ट्रंप ने दिया पूर्व राष्ट्रपति बाइडेन को दोष
सवाल उठ रहे हैं कि अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) को लेकर चेतावनियां जल्दी क्यों नहीं जारी की गईं या नदी किनारे कैंपिंग के लोकप्रिय क्षेत्र से लोगों को पहले क्यों नहीं निकाला गया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि स्थिति "बाइडेन सेटअप" थी. यानी पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार की वजह से ही यह स्थिति पैदा हुई है.
ट्रंप ने रविवार को रिपोर्टरों से कहा, "वह हमारा सेटअप नहीं था." जब उनसे अमेरिका की राष्ट्रीय मौसम सेवा (NWS) में कर्मचारियों और बजट में कटौती के बारे में पूछताछ गई तो ट्रंप ने कहा कि वह मौसम विज्ञानियों को वापस काम पर नहीं रखेंगे.
ट्रंप ने पहले कहा था कि आपदा राहत को राज्य-स्तर पर संभाला जाना चाहिए. लेकिन टेक्सास की स्थिति को देखते हुए ट्रंप ने एक बड़ी आपदा घोषणा पर भी हस्ताक्षर किए, जिसने टेक्सास के लिए संसाधनों को फ्री कर दिया जाएगा.
टेक्सास में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मध्य टेक्सास में लगभग 17 हेलीकॉप्टर लापता लोगों की तलाश करते हुए आसमान में उड़ान भर रहे हैं. इन लापता लोगों में ग्वाडालूप नदी के किनारे एक समर कैंप- कैंप मिस्टिक की दस लड़कियां और एक काउंसलर शामिल हैं. जब फ्लैश फ्लड आया तो इस कैंप में लगभग 750 लोग मौजूद थे.
ग्वाडालूप नदी का बारिश से भरा पानी कैंप मिस्टिक में पेड़ों की चोटी और केबिनों की छतों तक पहुंच गया. कैंप में लड़कियां रात को सोईं थीं. बाढ़ के पानी ने उनमें से कुछ को अपने साथ बहा दिया और अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ दिया. कैंप में कंबल, टेडी बियर और अन्य सामान कीचड़ में सने हुए थे. जाहिर तौर पर पानी की रफ्तार से केबिनों की खिड़कियां भी टूट गईं.
टेक्सास में अन्य जगहों से लोग लापता लोगों की तलाश में मदद के लिए केर काउंटी में जमा हो रहे हैं. टेक्सस के लोगों ने भी खोज में मदद के लिए अपने पर्सनल ड्रोन उड़ाना शुरू कर दिया. हालांकि स्थानीय अधिकारियों ने रेस्क्यू हेलीकॉप्टर्स के लिए खतरे का हवाला देते हुए उनसे रुकने का आग्रह किया है.
‘हम बह रहे हैं, हमें बचा लो'- आखिरी मैसेज बता रहा क्या मंजर था
जैसे ही ग्वाडालूप नदी ने अपने तट तोड़ दिए और मध्य टेक्सास में तबाही मचाई, जॉयस बैंडन नाम की एक मैसेज भेजा जो शायद उसका आखिरी मैसेज था. अब बैंडन परिवार अपनी बेटी को खोज रहा है और को उनकी इस खोज में स्वयंसेवकों (वॉलंटियर्स) का एक ग्रूप भी मदद कर रहा है. इस ग्रूप के नेता लुइस डेपे के अनुसार, बैंडन ने नदी के किनारे एक घर से वह आखिरी मैसेज भेजा था.
लुइस डेपे ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया, "उनका कैंप सुबह लगभग 4 बजे ढह गया और वे बह गए. उनके सेलफोन पर, (उनके परिवार को) आखिरी मैसेज मिला 'हम बह रहे हैं' और फिर बैंडन का फोन बंद हो गया."
उन्होंने आगे कहा, "एक शव 8 से 10 फीट की ऊंचाई पर पेड़ से लटका हुआ था, जो बहुत सारे मलबे से घिरा हुआ था. कोई भी व्यक्ति इसे नहीं देख सकता था, इसलिए (रेस्क्यू और खोज के लिए) जितनी अधिक आंखें होंगी, उतना बेहतर होगा."
अचानक क्यों आई बाढ़?
अचानक आने वाली बाढ़ (फ्लैश फ्लड) की स्थिति तब पैदा होती है जब जमीन मूसलाधार बारिश के पानी को सोखने में असमर्थ होती है. दक्षिण और मध्य टेक्सास के इस क्षेत्र में फ्लैश फ्लड असामान्य नहीं है. यहां की आम बोलचाल की भाषा में इसे "फ्लैश फ्लड एली" के रूप में जाना जाता है. वैज्ञानिकों का कहना है कि हाल के सालों में मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़, सूखा और गर्मी की लहर जैसी चरम मौसमी घटनाएं ज्यादा हो रही हैं और ये अधिक तीव्र हो गई हैं.
राष्ट्रपति ट्रंप ने इन चिंताओं को खारिज कर दिया कि उनके प्रशासन द्वारा मौसम पूर्वानुमान और संबंधित एजेंसियों के बजट में व्यापक कटौती हुई है. इसके कारण ऐसी मौसमी घटनाओं की पहले से चेतावनी देने वाली प्रणालियां (वार्निंग सिस्टम) बदतर हो गई हैं. इसके बजाय, ट्रंप ने इस अचानक आई बाढ़ को "100 साल की तबाही" बताया है और कहा कि इसकी "किसी को उम्मीद नहीं थी."