- सीरिया के दक्षिणी स्वेदा प्रांत में ड्रुज समुदाय के लड़ाके हथियारबंद बेडौइन से सांप्रदायिक झड़पों में लगे हैं.
- अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने युद्धविराम की घोषणा की है, लेकिन क्षेत्र में हिंसा और सांप्रदायिक संघर्ष जारी
- अमेरिका ने सीरियाई सुरक्षा बलों से कहा है कि वे जिहादियों को क्षेत्र में प्रवेश कर नरसंहार करने से रोकें.
सीरिया में भले अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने "तत्काल युद्धविराम" की घोषणा कर दी है लेकिन इसके बावजूद दक्षिणी सीरिया में सांप्रदायिक झड़पें जारी हैं. पिछले सप्ताह से स्वेदा प्रांत में अल्पसंख्यक ड्रुज समुदाय के लड़ाके हथियारबंद बेडौइन से लड़ रहे हैं, दोनों पक्षों पर अत्याचार का आरोप लगाया गया है. अमेरिका ने चेतावनी दी है कि निर्दोषों के साथ बलात्कार और कत्लेआम, जो अब भी हो रहा है, बंद होना चाहिए. अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने शनिवार (अमेरिका के समयानुसार) को सीरियाई सरकार के सुरक्षा बलों से जिहादियों को संघर्षग्रस्त दक्षिणी प्रांत में प्रवेश करने और "नरसंहार करने" से रोकने को कहा है.
सीजफायर के बावजूद हिंसा जारी
इजरायल और सीरिया युद्धविराम पर सहमत भी हो गए हैं. खुद सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा ने शनिवार को इसकी पुष्टि भी कर दी थी. लेकिन स्वेदा प्रांत में हिंसा जारी है. सीरिया के आंतरिक मंत्रालय ने इजरायल के साथ अमेरिका की मध्यस्थता वाले समझौते के तहत ड्रूज-बहुमत वाले इस प्रांत (ड्रूज सीरिया में अल्पसंख्यक हैं लेकिन स्वेदा में वो बहुमत में हैं) में अपने सैनिकों को तैनात किया है. लेकिन अब इन्हीं सरकारी बलों पर ड्रूज पर हमलों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है.
हालांकि दूसरी तरफ सीरिया के आंतरिक मंत्रालय ने शनिवार देर रात कहा कि स्वेदा से जनजातीय लड़ाकों को हटा लिया गया है और हिंसक झड़पें बंद हो गई हैं. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नूरेद्दीन अल-बाबा ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा, "संघर्ष विराम समझौते को लागू करने के लिए आंतरिक मंत्रालय के गहन प्रयासों के बाद, स्वेदा प्रांत के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में अपने बलों की तैनाती के बाद, स्वेदा शहर को सभी जनजाति लड़ाकों से खाली करा लिया गया और शहर में झड़पें रुक गईं."
इजरायल में ड्रूज समुदाय की मौजूदगी है. इजरायल ने इस सप्ताह की शुरुआत में ड्रुज के लिए समर्थन की घोषणा की थी और हस्तक्षेप करते हुए राजधानी दमिश्क में सरकारी बलों और रक्षा मंत्रालय पर हमला किया था. इसके बाद शनिवार को इजरायल और सीरिया के बीच सीजफायर को लेकर समझौता हुआ. यह सीजफायर समझौता सीरिया के दक्षिणी प्रांत स्वेदा में छह दिनों तक चली भीषण सांप्रदायिक झड़पों के बाद हुआ. अबतक प्रांत में हुई हिंसा में 900 से अधिक लोग मारे गए हैं.
अमेरिका की चेतावनी
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय समयानुसार रविवार की सुबह एक ट्वीट करके कहा है, “दक्षिणी सीरिया में भयावह और खतरनाक घटनाक्रम पर अमेरिका पिछले तीन दिनों से इजरायल, जॉर्डन और दमिश्क के अधिकारियों के साथ गहन रूप से जुड़ा हुआ है. निर्दोष लोगों का बलात्कार और कत्लेआम जो अब भी हो रहा है, बंद होना चाहिए. यदि दमिश्क के अधिकारी ISIS और ईरानी नियंत्रण से मुक्त एकीकृत, समावेशी और शांतिपूर्ण सीरिया प्राप्त करने का कोई भी मौका सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो उन्हें ISIS और किसी भी अन्य हिंसक जिहादियों को क्षेत्र में प्रवेश करने और नरसंहार करने से रोकने के लिए अपने सुरक्षा बलों का उपयोग करके इस आपदा को समाप्त करने में मदद करनी चाहिए. और उन्हें जवाबदेह बनाना होगा और अत्याचार के किसी भी दोषी को न्याय के कटघरे में लाना होगा, जिनमें उनके अपने ही लोग भी शामिल हैं. इसके अलावा परिधि के अंदर ड्रुज और बेडौइन समूहों के बीच लड़ाई भी तुरंत बंद होनी चाहिए.”