Sri Lanka : प्रदर्शनकारियों ने धरना स्थल से हटने को किया इंकार, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे की सरकार से बढ़ सकती है तकरार

श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक संकट (Economic Crisis) के बाद प्रदर्शनकारी नौ अप्रैल से राष्ट्रपति सचिवालय के द्वार सहित आसपास के क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं, जिसके चलते राजपक्षे को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

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Sri Lanka में विरोध प्रदर्शनकारी अभी भी सरकार के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं (File Photo)

श्रीलंका (Sri Lanka) में सरकार-विरोधी प्रदर्शनकारियों (Anti Government Protesters) के एक समूह ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह राष्ट्रपति कार्यालय के पास स्थित ‘गाले फेस' धरनास्थल और इसके आसपास के क्षेत्र को शुक्रवार रात तक खाली करने के पुलिस के आदेश का पालन नहीं करेंगे. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस ने उन्हें ‘गाले फेस' धरनास्थल से हटाने के संबंध में अदालत से आदेश प्राप्त नहीं किया है जो पूर्ववर्ती राजपक्षे शासन के खिलाफ प्रदर्शन के बाद से यहां सरकार-विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र बन गया है. प्रदर्शनकारियों के इस कदम से राष्ट्रपति विक्रमसिंघे प्रदर्शनकारियों पर सख्त कदम उठा सकते हैं. कुछ समय पहले ही उन्होंने राष्ट्रपति भवन के सामने से प्रदर्शनकारियों के कुछ टैंट जबरन उखड़वा दिए थे.  

प्रदर्शनकारियों ने यह भी दावा किया कि इस क्षेत्र को पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की सरकार द्वारा एक धरनास्थल के रूप में नामित किया गया था. उन्होंने कहा कि इसलिए धरना स्थल छोड़ने की कोई जरूरत नहीं है. श्रीलंकाई पुलिस ने बुधवार को प्रदर्शनकारियों के लिए राष्ट्रपति कार्यालय के पास धरनास्थल से सभी अवैध टैंट और शिविरों को हटाने के लिए पांच अगस्त की समयसीमा तय की.

प्रदर्शनकारी नौ अप्रैल से राष्ट्रपति सचिवालय के द्वार सहित आसपास के क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं, जिसके चलते राजपक्षे को राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

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