अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रस्ताव को चीन द्वारा कई दिन तक ठुकराते चले जाने के बाद आखिरकार अमेरिका ने कथित चीनी निगरानी गुब्बारे को मार गिराने (4 फरवरी को) के बारे में चीन से संपर्क किया. यह जानकारी रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने रविवार को दी.
अमेरिका की सहायक रक्षामंत्री मेलिसा डाल्टन ने पत्रकारों से बातचीत में चीन गणराज्य (People's Republic of China या PRC) का ज़िक्र करते हुए बताया, "ऊंचाई पर उड़ते गुब्बारे के बारे में PRC से संपर्क किया गया है..."
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कई दिन तक समूचे अमेरिका के ऊपर उड़ते रहने के बाद जब अमेरिकी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने चीनी गुब्बारे को अमेरिका के पूर्वी तट पर मार गिराया, तब अमेरिकी रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने चीनी समकक्षों के साथ बात करने का प्रयास किया था. लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं दिया गया, जबकि इसी घटना के चलते विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने लम्बे समय से तय राजनयिक चीन यात्रा को रद्द कर दिया था.
चीन ने गुरुवार को कहा था कि गुब्बारे को मार गिराने के अमेरिका के 'गैर-ज़िम्मेदाराना' फैसले के चलते उसने अमेरिकी रक्षाप्रमुख के साथ कॉल की पेशकश को ठुकरा दिया था.
चीन के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अमेरिका के इस गैर-ज़िम्मेदार और कतई गलत दृष्टिकोण ने दोनों सेनाओं के बीच बातचीत और आदान-प्रदान के लिए उचित माहौल नहीं बनाया..."
बयान में आगे कहा गया, "अमेरिका ने विमान पर हमले के लिए ताकत के इस्तेमाल पर ज़ोर दिया, जिसने अंतरराष्ट्रीय परम्पराओं का उल्लंघन किया और एक बुरी मिसाल कायम की..."
सिर्फ एक हफ्ते में अमेरिकी हवाई क्षेत्र में देखी गई चौथी संदिग्ध वस्तु को लड़ाकू जेट विमानों द्वारा रविवार को मार गिराए जाने के बाद डाल्टन ने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया कि चीन में संपर्क किससे किया गया, या उनके बीच क्या बातचीत हुई.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि चीन का गुब्बारा अमेरिकी हवाई क्षेत्र में खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए ही आया था, लेकिन उन्होंने बाद में दिखीं तीन वस्तुओं के बारे में ऐसा कुछ नहीं कहा, और सिर्फ इतना कहा कि वे आकार में छोटे थे, और विशेष रूप से चीनी गुब्बारे जैसे नहीं दिख रहे थे.