दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने 6 घंटे में ही वापस ले लिया मार्शल लॉ का फैसला, अब महाभियोग चलाने का प्रस्ताव पेश

दक्षिण कोरिया के विपक्षी दलों ने 'मार्शल लॉ लागू करने के मुद्दे पर राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया है. यहां की मुख्य विपक्षी दल डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) ने राष्ट्रपति यून सुक योल से तत्काल पद छोड़ने की मांग की.

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
  1. साउथ कोरिया के विपक्षी दलों के सांसदों ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान कब होगा? लेकिन कहा जा रहा है कि शुक्रवार को इस पर वोटिंग हो सकती है. मार्शल लॉ लगाने के बाद विपक्ष ने राष्ट्रपति यून को स्वेच्छा से इस्तीफा नहीं देने पर महाभियोग चलाने की धमकी दी है. अगर यून पद छोड़ देते हैं या उन्हें पद से हटा दिया जाता है, तो दक्षिण कोरियाई संविधान कहता है कि प्रधानमंत्री हान डक सू राष्ट्रपति की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं.
  2. डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) ने एक बयान में कहा कि वह यून और उनके रक्षा और आंतरिक मंत्रियों और मार्शल लॉ कमांडर और पुलिस प्रमुख जैसे प्रमुख सैन्य और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह का आरोप दायर करेगा. संसद में दो-तिहाई से अधिक सांसद मतदान करते हैं तो नेशनल असेंबली राष्ट्रपति पर महाभियोग चला सकती है. इसके बाद संवैधानिक अदालत की ओर से मुकदमा चलाया जाता है.
  3. दक्षिण कोरिया में विपक्ष के पास 300 सदस्यीय संसद में बड़ा बहुमत है. प्रस्ताव पारित करने के लिए आवश्यक दो-तिहाई बहुमत हासिल करने के लिए बस कुछ ही सांसदों की जरूरत होगी. सत्तारूढ़ पार्टी के पास 108 सीटों का समर्थन हासिल है. विपक्ष ने मार्शल लॉ लाने के प्रयास को दुखद बताया है, जबकि इसमें शामिल लोगों को जवाबदेह ठहराए जाने की बात कही है. 
  4. दक्षिण कोरियाई में मार्शल लॉ का असर यहां से शेयर बजार पर भी देखने को मिला. स्टॉक डूब गए, जबकि मुद्रा ने कई वर्षों के निचले स्तर पर गिरावट दर्ज की. देश में मार्शल शासन के घंटों ने सियोल में व्यापारिक क्षेत्र में सिहरन पैदा कर दी.
  5. कोस्पी सूचकांक एक प्रतिशत से अधिक गिरकर बंद हुआ, जबकि खुले में 2.3 प्रतिशत तक की गिरावट आई. यहां मार्शल लॉ की घोषणा के प्रभाव से निवेशक चिंतित थे.
  6. दक्षिण कोरियाई वित्त मंत्रालय और केंद्रीय बैंक ने अस्थिर वित्तीय बाजारों को सहारा देने के लिए जरूरत पड़ने पर मदद करने की अपील की है. बैंक ऑफ कोरिया ने कहा कि (रेपो) लेनदेन और लक्षित संस्थानों के लिए पात्र प्रतिभूतियों की सीमा का विस्तार किया जाएगा.
  7. दक्षिण कोरियाई लोगों ने बुधवार को हमेशा की तरह कार्यालयों, व्यवसायों और स्कूलों में जाते रहे. राजधानी सियोल में 6 घंटे का मार्शल लॉ को कोई खास असर नहीं दिख रहा. 90 लाख की आबादी वाले इस शहर में दिन की शुरुआत सामान्य रूप से सुबह ट्रेनों और सड़कों पर भीड़भाड़ से हुई. सियोल के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि मैं मार्शल लॉ हटाए जाने तक सो नहीं सका, क्योंकि मैं बहुत डरा हुआ था. मैं सोचता रहा, 'क्या हो रहा है.
  8. राष्ट्रपति यून ने मंगलवार रात लगभग 10:30 बजे एक लाइव टीवी संबोधन में मार्शल लॉ की घोषणा की. लेकिन नेशनल असेंबली में मतदान की अनदेखी करने के बाद उन्हें आदेश वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसके बाद उन्होंने इस फैसले को पलट दिया.  राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि मार्शल लॉ की घोषणा राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन को नुकसान को कम करने के लिए रात में की गई थी.
  9. इस साल की शुरुआत में दक्षिण कोरिया में नेशनल असेंबली चुनावों ने विपक्ष को भारी जनादेश दिया था. ऐसे में राष्ट्रपति यून के पास ज्यादा शक्तियां नहीं रही और राष्ट्रपति यून को कानूनों को पारित करने में सफलता नहीं मिली. यून विधेयकों को वीटो करने पर मजबूर हो गया है.
  10. दक्षिण कोरिया की न्यूज एजेंसी 'योनहाप' की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया की विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ली जे-म्युंग ने कहा है कि मार्शल लॉ की घोषणा असंवैधानिक है. दूसरी ओर से यह भी दावा किया जा रहा है कि सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के प्रमुख हान डोंग-हून ने भी मार्शल लॉ को गलत बताते हुए इसे रोकने की मांग की है.
Featured Video Of The Day
Champions Trophy 2025: सस्पेंस होगा खत्म, ICC सुनाएगी आखिरी फैसला | Sports Top 10