कौन थे 'द स्लीपिंग प्रिंस’? सऊदी का राजकुमार जिसने 20 साल कोमा में रहने के बाद दुनिया को अलविदा कहा

सऊदी प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल ने अपनी जिंदगी के आखिरी दो दशक कोमा में बिताया और इस कारण उन्हें सऊदी अरब के "स्लीपिंग प्रिंस" के रूप में जाना जाता है.

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सऊदी प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल का 36 वर्ष की आयु में निधन
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  • सऊदी प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल की 36 वर्ष की आयु में निधन, उन्होंने कोमा में 20 साल गुजारे.
  • प्रिंस अलवलीद 15 वर्ष की उम्र में लंदन में हुई कार दुर्घटना में गंभीर ब्रेन हेमरेज के कारण कोमा में चले गए थे.
  • वह रियाद के किंग अब्दुलअजीज मेडिकल सिटी में लाइफ सपोर्ट और निरंतर चिकित्सा देखभाल पर थे, कभी होश में नहीं आए.
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सऊदी प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल का शनिवार, 19 जुलाई को 36 वर्ष की आयु में निधन हो गया. "द स्लीपिंग प्रिंस" के नाम से जाने जाने वाले प्रिंस अल-वलीद 15 साल की उम्र में ही लंदन में एक कार दुर्घटना के बाद कोमा में चले गए थे. उसके बाद उन्होंने अपने जीवन के लगभग दो दशक कोमा में बिताए और कोमा में ही उनकी मृत्यु हो गई. इन 20 सालों में वह रियाद में लाइफ सपोर्ट पर रहे, उन्हें कभी होश में नहीं आया.

सोशल मीडिया पर उनकी मृत्यु की घोषणा करते हुए, स्लीपिंग प्रिंस के पिता ने पवित्र कुरान की एक आयत लिखी, "हे शांत आत्मा, अपने प्रभु के पास लौट आओ, जो प्रसन्न और प्रसन्न है. मेरे (धर्मी) सेवकों के बीच प्रवेश करो और मेरे स्वर्ग में प्रवेश करो."

प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल कौन थे?

  1. प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल का जन्म 18 अप्रैल 1990 को हुआ था.
  2. वह सऊदी शाही परिवार के एक प्रमुख सदस्य प्रिंस खालिद बिन तलाल अल सऊद के सबसे बड़े बेटे थे. वह अरबपति प्रिंस अल-वलीद बिन तलाल के भतीजे और आधुनिक सऊदी अरब के संस्थापक राजा अब्दुलअजीज के परपोते भी थे.
  3. प्रिंस अल-वलीद 2005 में लंदन के एक सैन्य कॉलेज में पढ़ रहे थे. उस समय उनकी उम्र केवल 15 साल की थी और जिस कार में वो बैठे थे उसके साथ गंभीर दुर्घटना हो गयी थी. दुर्घटना में उनका ब्रेन हेमरेज हुआ, जिससे वह पूरी तरह से कोमा में चले गए.
  4. उन्हें रियाद के किंग अब्दुलअजीज मेडिकल सिटी ले जाया गया, जहां उन्हें वेंटिलेटर और फीडिंग ट्यूब पर रखा गया था.
  5. उनके परिवार ने दुनिया भर के विशेषज्ञों से चिकित्सा सहायता मांगी, लेकिन सभी प्रयासों के बावजूद, प्रिंस अलवलीद कभी होश में नहीं आये.
  6. 2015 में, डॉक्टरों ने परिवार को सलाह दी कि प्रिंस को लाइफ सपोर्ट से हटा लिया जाए (इससे उनकी मौत हो जाती), लेकिन उनके पिता, प्रिंस खालिद को आखिर तक विश्वास रहा कि उनका बेटा एक दिन ठीक हो जाएगा. उन्होंने डॉक्टरों की सलाह मानने से इनकार कर दिया.
  7. 2019 में, उनकी उंगलियां हिलीं और सिर घुमाने जैसी छोटी-मोटी शारीरिक प्रतिक्रियाओं ने थोड़ी आशा जगाई, लेकिन उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ.
  8. कोमा में बिताए 20 वर्षों के दौरान, प्रिंस अलवलीद रियाद में निरंतर चिकित्सा देखभाल में रहे.
  9. उनके पिता, प्रिंस खालिद बिन तलाल ने कभी आशा नहीं छोड़ी और कहा कि जीवन और मृत्यु पूरी तरह से उपर वाले के हाथों में है.
  10. प्रिंस अल-वलीद बिन खालिद बिन तलाल वर्तमान सऊदी राजा सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के सीधे बेटे या भाई नहीं थे, बल्कि किंग सलमान उनके चाचा हैं.

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