जाको राखे साइयां मार सके ना कोय.. शायद ऊपर वाले का करिश्मा इसे ही कहते हैं. सऊदी अरब के जिस जेद्दा बस हादसे में भारत के 45 श्रद्धालु मौत के मुंह में चले गए, उसी धू-धू कर जलती बस से एक शख्स जिंदा भी बच निकला. मक्का से मदीना जा रही बस की रास्ते में टक्कर तेल टैंकर से हो गई. इस दुर्घटना में बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई. हादसे ने कई घरों की खुशियां छीन ली. लेकिन एक शख्स भाग्यशाली निकला और उसकी जान बच गई. हैदराबाद के मोहम्मद बुरहान ने बताया कि इस हादसे में शोएब नामक एक शख्स जिंदा बच निकला. उन्होंने बताया कि शोएब जलती बस के खिड़की का शीशा तोड़कर बाहर कूदने में सफल रहा और उसकी जान बच गई. हालांकि, इस दौरान उसके दोनों हाथ जल गए.
जीवित शख्स का अस्पताल में इलाज
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त वीसी सज्जनार ने बताया कि इस हादसे में कुल 45 लोगों की मौत हुई है. बस में कुल 46 लोग सवार थे. हैदराबाद में संवाददाताओं से सज्जनार ने बताया कि शहर के 54 जायरीन 9 नवंबर को जेद्दा गए थे और उन्हें 23 नवंबर को लौटना था. उन्होंने बताया कि इन 54 लोगों में से चार रविवार को अलग कार से मदीना के लिए रवाना हुए, जबकि चार अन्य मक्का में ही रुक गए. सज्जनार के मुताबिक, बाकी बचे 46 लोग एक बस से मदीना की यात्रा पर निकले, जो निर्धारित गंतव्य से लगभग 25 किलोमीटर पहले एक तेल टैंकर से टकरा गई. उन्होंने बताया कि इस हादसे में केवल एक व्यक्ति जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
तेलंगाना के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा कि शव इतनी बुरी तरह जल चुके हैं कि उनकी शिनाख्त करना मुश्किल है. उन्होंने बताया कि जायरीनों ने चार अलग-अलग ट्रैवल एजेंट की सेवाएं ली थीं. मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने सऊदी अरब की यात्रा में पीड़ितों के परिजनों की मदद करने का आश्वासन दिया है, जिसमें पासपोर्ट और वीजा सुविधा भी शामिल है. उन्होंने बताया कि हर पीड़ित के परिवार के एक सदस्य को सऊदी अरब भेजा जाएगा.














