ट्रंप से दो-दो हाथ को तैयार पुतिन! तेल कंपनियों पर प्रतिबंध के बाद बड़ा फैसला- टॉमहॉक मिसाइल पर भी चेतावनी

US imposes sanctions on Russian oil: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बुडापेस्ट शिखर वार्ता की योजना रद्द होने के एक दिन बाद डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन ने रूस के खिलाफ रुख सख्त कर लिया है. रूस की 2 सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए रूस की प्रमुख तेल कंपनियों रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध लगाए हैं
  • पुतिन ने कहा कि ये प्रतिबंध रूस की अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव नहीं डालेंगे और वे दबाव में नहीं आएंगे
  • रूसी राष्ट्रपति ने अमेरिका को चेतावनी दी कि टॉमहॉक मिसाइलों के इस्तेमाल पर रूस गंभीर प्रतिक्रिया देगा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

यूक्रेन में जंग रुकवाने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने के प्रयास में अमेरिका ने रूस की दो तेल कंपनियों, रोसनेफ्ट और लुकोइल पर प्रतिबंध (सैंक्शन) लगा दिए हैं. ये रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियां हैं. अब अमेरिका के इन नए प्रतिबंधों पर टिप्पणी करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कह दिया है कि वो अमेरिका या किसी भी देश की दबाव बनाने की कोशिश के सामने झुकेंगे नहीं. उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधों का रूसी अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा. दूसरी तरफ ट्रंप ने पुतिन की इन आलोचना का जवाब देते हुए कहा है कि मैं 6 महीने बाद आपको बताउंगा कि इससे क्या होता है.

ट्रंप के प्रतिबंध पर पुतिन ने क्या कहा?

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को मीडिया से कहा, "कोई भी स्वाभिमानी देश कभी भी दबाव में कुछ नहीं करता." उन्होंने कहा, "वे (प्रतिबंध) निश्चित रूप से हमारे लिए गंभीर हैं, यह स्पष्ट है. और उनके कुछ निश्चित परिणाम होंगे, लेकिन वे हमारी आर्थिक हित पर बड़ा प्रभाव नहीं डालेंगे."

उन्होंने कहा कि प्रतिबंध एक "गैर-दोस्ताना काम" था जो "रूस-अमेरिका संबंधों को मजबूत नहीं करता है, जो अभी ठीक होने लगे थे". रूसी नेता ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत में, उन्होंने चेतावनी दी थी कि प्रतिबंधों से अमेरिका सहित वैश्विक तेल की कीमतों पर असर पड़ेगा. पुतिन ने याद दिलाया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी रूस के खिलाफ अब तक के सबसे अधिक प्रतिबंध लगाए थे. रूसी नेता के मुताबिक, इन सभी प्रतिबंधों के दो पहलू हैं- विशुद्ध रूप से राजनीतिक और आर्थिक.

यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइल देने पर भी चेतावनी दी

पुतिन ने यह भी कहा है कि अपने क्षेत्र पर किसी भी संभावित टॉमहॉक हमले पर रूस का जवाब यदि भारी नहीं तो गंभीर जरूर होगा. भले अमेरिका यूक्रेन को मिसाइलों के इस्तेमाल की इजाजत देने पर सहमत नहीं हुआ है, लेकिन तथ्य यह है कि यूक्रेन उनके इस्तेमाल की इजाजत लेने की कोशिश कर रहा है. पुतिन ने गुरुवार को मीडिया से कहा कि यूक्रेन की यह मांग संघर्ष को बढ़ाने की कोशिश है. 

उन्होंने कहा, "लेकिन अगर ऐसे हथियारों का इस्तेमाल रूसी क्षेत्र पर हमला करने के लिए किया जाता है, तो प्रतिक्रिया भारी नहीं तो बहुत गंभीर होगी. उन्हें इसके बारे में सोचने दीजिए."

पुतिन को ट्रंप का जवाब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (स्थानीय समय) को प्रतिबंधों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना का जवाब दिया है. रूसी राष्ट्रपति द्वारा प्रतिबंधों की आलोचना करने के बारे में पूछे जाने पर, राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, "मुझे खुशी है कि वह ऐसा महसूस करते हैं. मैं अब से छह महीने में आपको इसके बारे में बताऊंगा. चलिए देखें कि यह सब कैसे होता है."

यह भी पढ़ें: रूस से तेल के आयात में बड़ी कटौती करेगा भारत? जानें क्‍या है सारा मामला

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: बिहार में प्रचार का दौर शुरु, आज PM Modi करेंगे जनसभा | NDA | BJP | RJD
Topics mentioned in this article