रूस (Russia) के यूक्रेन में आक्रमण (Ukraine War) के बाद दुनिया में खाने के सामान की महंगाई (World food prices) अपने " अब तक के सबसे उच्च स्तर पर" (highest levels ever) पहुंच गई है. इस युद्ध के कारण गेहूं और अनाज के निर्यात पर भी असर पड़ा है. संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी फूड एंड एग्रीकल्चरल ऑर्गनाइज़ेशन (FAO) ने यह बताया है. FAO की फूड प्राइस इंडेक्स फरवरी से मार्च के बीच 12.6% बढ़ गई है. इससे 1990 के दशक में इससे बनने के बाद यह सबसे बड़ा उछाल है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में वर्ल्ड फूड प्राइस, यानि खाने की सामान की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया. सबसे अधिक बढ़ोतरी अनाज और वेजीटेबल ऑइल के मार्केट में हुई. Food and Agriculture Organization's (FAO), दुनिया भर में ट्रेड की जाने वाली अधिकतर खाद्य कमोडिटीज़ को ट्रैक करता है. यह पिछले महीने फूड प्राइस इंडेक्स औसत 159.3 प्वाइंट्स पर रही जबकि फरवरी में यह 141.4 अंको पर थी. फरवरी के लिए पहले 140.7 का आंकड़ा रखा गया था जो उस समय एक रिकॉर्ड था.
युद्ध शुरू होने के बाद एक रिपोर्ट में कहा गया था कि पश्चिमी देश रूसी तेल पर प्रतिबंध लगाते हैं तो इसका मतलब होगा कि उनके लिए कच्चा तेल 300 डॉलर तक पहुंच जाएगा, वहीं, रूस और जर्मनी के बीच चलने वाली गैस पाइपलाइन भी बंद हो जाएगी. और अंत में तेल और दूसरी कमोडिटीज़ की बढ़ती कीमतों का असर दुनिया भर में महंगाई के रूप में दिखाई देगा.