यूक्रेन (Ukraine) में पहली बार रूसी हमले (Russian Attack) के बाद बड़े पैमाने पर बिजली गुल (Power Outage) रहा. गुरुवार को अधिकारियों ने एनर्जी कंपनियों को रूसी हवाई हमलों में तबाह हुईं बिजली सेवाओं को ठीक करने का मौका देने के लिए सप्लाई बाधित करने की अनुमति दी. रॉयटर्स के अनुसार, राष्ट्रपति दफ्तर ने बताया कि यूक्रेनियों ने बुधवार शाम को कहा कि वो सुबह 7 बजे से शाम 11 बजे से बिजली का कम से कम प्रयोग करें और अगर इससे भी काम नहीं चलता है तो अस्थाई तौर पर ब्लैकआउट के लिए तैयार रहें.
बिजली की कटौती का कोई निश्चित समय जारी नहीं किया गया है. लेकिन, राजधानी कीव और खारकीव जैसे बड़े शहरों ने बिजली के प्रयोग से चलने वाले ट्रांसपोर्ट जैसे ट्रॉलीबसों और मैट्रो के लिए बिजली की कटौती की घोषणा की है और उनकी आवाजाही भी घटाई है.
कीव में बड़ी बिजली सप्लायर कंपनी DTEK, ने उपभोक्ताओं को बताया कि वो पूरी कोशिश करेंगे कि बिजली कटौती कुछ घंटों से अधिक ना रहे.
रूस की सीमा से लगने वाला उत्तर-पूर्वी सूमी क्षेत्र सुबह 7 बजे से शाम 11 बजे तक पूरी तरह से बिना पानी, बिजली या बिजली से चलने वाले ट्रांसपोर्ट के रहेगा. सड़क पर बत्तियां भी नहीं जलेंगी.
ग्रिड ऑपरेटर यूक्रेनेग्रो के हेड वोलोदिमिर कुर्दीयत्सी ने यूक्रेनी लोगों को गुरुवार सुबह टीवी पर बताया, हमें पावर प्लांट ठीक करने के लिए समय चाहिए. हमें अपने ग्राहकों की तरफ से राहत चाहिए."
राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने बताया था कि रूसी हवाई हमलों ने केवल एक हफ्ते में यूक्रेन के 30 प्रतिशत पावर स्टेशन्स को तबाह कर दिया है. उन्होंने बुधवार शाम बताया कि उस दिन तीन और ऊर्जा सेवाओं पर हमले हुए.