रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के मामले में भारत (India) के लिए चिंताएं बढ़ती जा रही हैं. रूस (Russia) ने बुधवार को जापान (Japan) के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (PM Fumio Kishida) समेत कई दर्जन जापानी अधिकारियों की एंट्री पर बैन लगा दिया है. यूक्रेन में रूस के प्रतिबंधों के बाद जापान भी प्रतिबंधों में शामिल हो गया था, जिसके बाद रूस ने यह कदम उठाया है. गौरतलब है कि भारत के लिए जापान और रूस दोनों ही मित्र देश हैं, ऐसे में इनके आपसी संबंध बिगड़ने से भारत से लिए चुनौतियां और मुश्किल हो सकती हैं.
रूस के विदेश मंत्रालय के एक विज्ञप्ति में कहा, "एफ किशिदा ने रूसी विरोधी कैंपेन शुरू की है और रूसी फेडरेशन के खिलाफ ऐसी भाषा का प्रयोग किया जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता. इसमें सीधा अपमान और धमकी भी शामिल है."
मंत्रायल ने आगे कहा, "जापान का यह रवैया जापान के जन प्रतिनिधियों, और मीडिया में भी दिखता है जो पूरी तरह से पश्चिम के अनुकूल काम कर रहे हैं."
रूस ने जापान पर अच्छे पड़ोसी संबंध बिगाड़ने और रूसी अर्थव्यवस्था और छवि को चोट पहुंचाने के आरोप लगाए हैं. रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वो 63 जापानी नागरिकों पर अनिश्चितकाल के लिए आरोप लगा रहा है, जिसमें कैबिनेट सदस्य, सांसद, पत्रकार और प्रोफेसर शामिल हैं.