अमेरिका (US) के मानवाधिकार दफ्तर (OHCHR) ने बताया है कि पिछले 9 महीने के युद्ध के दौरान (Ukraine War), रूस और यूक्रेन दोनों ने युद्ध के कैदियों को प्रताड़नाएं दीं जिनमें बिजली के झटके लगाना और जबरन नंगा करना शामिल है. रॉयटर्स के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र की यूक्रेन आधारित मॉनिटरिंग टीम की जांच दोनों तरफ के 100 से अधिक युद्धबंदियों के इंटरव्यूज़ पर आधारित हैं. यूक्रेनी युद्धबंदियों के साथ यह साक्षात्कार उनके छूटने के बाद किए गए क्योंकि रूस ने बंदीगृह तक नहीं जाने दिया. रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण किया था.
रूस युद्धबंदियों के खिलाफ किसी भी तरह की प्रताड़ना या दुर्व्यहवार से इंकार करता है. यूक्रेन ने इससे पहले कहा था कि उसने युद्धबंदियों के साथ हुए व्यवहार की सारी जानकारी जांची और वो किसी भी उल्लंघन की जांच करेगा और पर्याप्त कानूनी कदम उठाएगा.
आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन दोनों एक-दूसरे पर युद्ध में मानवाधिकार उल्लंघन के आरोप लगाते रहे हैं. यूक्रेन में कई जगह सामूहिक कब्रें भी सामने आईं थीं. यूक्रेन का कहना था कि यह रूस का काम है. जबकि रूस ने इससे पल्ला झाड़ते हुए इस मामले में हाथ होने से साफ इंकार कर दिया था.