रूस ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेन युद्ध को लेकर आए प्रस्ताव पर हुए मतदान के दौरान बांग्लादेश के अनुपस्थित रहने के लिए शनिवार को धन्यवाद ज्ञापित किया. संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव में ‘विस्तृत और स्थायी शांति' कायम करने की जरूरत को रेखांकित किया गया था. उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले ही पश्चिमी प्रतिबंधों की वजह से बांग्लादेश ने रूसी पोत को अपने बंदरगाह पर लंगर डालने की अनुमति नहीं दी थी जिसपर रूस ने आपत्ति जताई थी.
‘संयुक्त राष्ट्र के घोषणापत्र के सिद्धांत' नाम के प्रस्ताव में यूक्रेन में विस्तृत और स्थायी शांति की जरूरत को रेखांकित किया गया था. इस प्रस्ताव को यूक्रेन और उसके समर्थक देश लेकर आए थे. महासभा के 193 सदस्य देशों में से बांग्लादेश और भारत सहित 32 देशों ने प्रस्ताव पर हुए मतदान में हिस्सा नहीं लिया. गैर बाध्यकारी इस प्रस्ताव का 141 देशों ने समर्थन किया जबकि सात ने खिलाफ में मतदान किया.
संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थायी प्रतिनिधि वैसली नेबेंजिया ने कहा‘‘ संयुक्त राष्ट्र महासभा का गैर बाध्यकारी ‘रूस विरोधी' प्रस्ताव यूक्रेन संघर्ष को खत्म करने के लिए दुनिया को एक साथ लेकर नहीं आएगा. '' संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव पारित होने के एक दिन बाद ढाका स्थित रूसी दूतावास ने शुक्रवार को ट्वीट किया,‘‘ धन्यवाद बांग्लादेश, मतदान में अनुपस्थित रहने के लिए.''
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