- रूस ने यूक्रेन पर पुतिन के आवासों में ड्रोन हमले का आरोप लगाया और इसे आतंकवादी कार्रवाई बताया है
- यूक्रेन ने रूस के ड्रोन हमले के आरोप को पूरी तरह झूठ और शांति प्रयासों को कमजोर करने वाला बताया है
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस हमले की निंदा की और इसे शांति प्रक्रिया के लिए अनुचित समय बताया है
जब पूरी दुनिया उम्मदी लगाए बैठी थी कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग रुकेगी, बातचीत से मामला सुलझ जाएगा, सीजफायर डील हो जाएगी, ठीक उसी समय राह में एक बड़ा रोड़ा आ गया है. रूस ने सोमवार, 29 दिसंबर को यूक्रेन पर यह आरोप लगाया कि उसने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आवासों में से एक पर दर्जनों ड्रोन दागे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से लेकर यूएई तक ने इसकी आलोचना की है. हालांकि यूक्रेन ने इस आरोप को "झूठ" बताया और कहा है कि रूस ऐसा इसलिए कर रहा है ताकि जंग को समाप्त करने के लिए अमेरिका के नेतृत्व में हो रहे प्रयासों को कमजोर किया जा सके. कुल मिलाकर शांति वार्ता फिर पटरी से पूरी तरह उतरती दिख रही है.
यूक्रेन ने आतंकी हमला किया- रूस का आरोप
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव आमतौर पर यूक्रेन की ओर से होने वाले ड्रोन हमलों की घोषणा नहीं करते हैं. लेकिन अब उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने रविवार देर रात और सोमवार तड़के के बीच नोवगोरोड क्षेत्र में पुतिन के घर पर 91 "लंबी दूरी के मानव रहित हवाई वाहनों" यानी ड्रोन से हमले की कोशिश की, जिनमें से सभी को मार गिराया गया. लावरोव ने रूस के दावों के बारे में विस्तार से बताए बिना या सबूत दिए बिना कहा कि अब यूक्रेन की आपराधिक सरकार अपने पूर्ण पतन को देखते हुए आतंकवाद की नीति अपनाने लगी है. उन्होंने कहा, "रूस की बातचीत की स्थिति पर पुनर्विचार किया जाएगा."
ट्रंप नाराज, यूक्रेन का इनकार
यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोडिमिर जेलेंस्की ने रूस के दावे को "पूरी तरह से मनगढ़ंत" बताया और कहा कि यह शांति प्रक्रिया को कमजोर करने के लिए बनाया गया था. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जिन्होंने पहले सोमवार को पुतिन के साथ फोन किया था, उन्होंने यूक्रेनी सरकार की आलोचना की. ट्रंप ने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो आवास पर कथित हमले के बारे में मीडिया से कहा, "मुझे यह पसंद नहीं है. यह अच्छा नहीं है... आप जानते हैं कि मुझे इसके बारे में किसने बताया? राष्ट्रपति पुतिन ने मुझे खुद इसके बारे में बताया."
रूस का यह गंभीर आरोप शांति प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण क्षण में आया है. यूक्रेन का कहना है कि वह अमेरिका द्वारा तैयार की गई शांति योजना के 90 प्रतिशत हिस्से पर सहमत हो गया है - जिसमें युद्ध के बाद की सुरक्षा गारंटी का मुद्दा भी शामिल है. लेकिन रूस को कितनी जमीन सौंपनी है, इसका मुद्दा अनसुलझा है. रूस महीनों से युद्ध के मैदान में आगे बढ़ रहा है और यूक्रेन को बैकफुट पर धकेल रहा है. उसने बार-बार उन योजनाओं को खारिज कर दिया है जो उसकी मांगों को पूरा नहीं करती हैं.
यह भी पढ़ें: यह मुझे पसंद नहीं, बेहद नाराज हूं... पुतिन के घर पर ड्रोन हमले को लेकर बोले ट्रंप













