- रूस के कामचटका प्रायद्वीप में सुबह 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया.
- भूकंप इतना शक्तिशाली था कि करीब 13 फीट ऊंची सुनामी उठी, कई इमारतों को नुकसान पहुंचा.
- जापान, अमेरिका, हवाई, चिली और न्यूजीलैंड सहित कई देशों में सुनामी अलर्ट जारी
रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप में आज सुबह दुनिया के सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से एक दर्ज किया गया, जिसकी तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 8.8 मापी गई. इस भूकंप के बाद जापान, अलास्का, हवाई, अमेरिका, मध्य अमेरिका और न्यूजीलैंड तक सुनामी की चेतावनी जारी की गई. भूकंप का केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचात्स्की शहर से 119 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण-पूर्व में था, जिसकी आबादी करीब 1.8 लाख है. भूकंप की गहराई 20.7 किलोमीटर बताई गई है. इसके बाद 6.9 तीव्रता तक के कई आफ्टरशॉक्स भी महसूस किए गए. जापान, अमेरिका और रूस में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है. भूकंप के बाद क्या फिर से सुनामी तांडव मचागएगी, एक्सपर्ट से जानिए-
एक्सपर्ट ने क्या कहा
आपदा एक्सपर्ट डॉक्टर विनोद शर्मा ने कहा कि 8.8 तीव्रता का भूकंप बेहद शक्तिशाली और खतरनाक होता है. इसका असर जापान के साथ अमेरिका के कैलिफोर्निया जैसे कई इलाकों में हो सकता है. साथ ही हवाई में भी इसका असर होगा. इन सभी इलाकों के लिए सुनामी का खतरा ज्यादा है. अभी इतना बड़ा भूकंप आया है, जाहिर सी बात है कि इसके बाद और छोटे भूकंप आ सकते हैं. भूकंप के केंद्र के पास के इलाकों में सावधानियां बरती जा रही है. ये सुनामी किस वक्त टकराएगी, इस बारे में पता है.
जापान और अमेरिका के लोगों का पता है कि अगर भूंकप और सुनामी आई है तो उसका क्या प्रभाव होगा. भारत में 1897 में आया था, असम बॉर्डर पर इसकी तीव्रता 8.7 थी. लेकिन ये भूकंप इससे भी बड़ा है. रूस, जापान और अमेरिका में जहां सुनामी की चेतावनी है, उनका सिस्टम बहुत अच्छा है. जापान में भूकंप आना बड़ी बात नहीं क्योंकि वहां आते ही रहते हैं. कैलिफोर्निया में लोग बहुत जागरूक है, वहां हर किसी को अपना काम पता है कि मुश्किल वक्त में उसे क्या करना है.
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में 8.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप, जिससे 4 मीटर (करीब 13 फीट) ऊंची सुनामी उठी और कई इमारतों को नुकसान पहुंचा.
बेहद शक्तिशाली भूकंप के तुरंत बाद, रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क में पहली सुनामी लहर आई।
जापान, अमेरिका, हवाई, चिली और न्यूजीलैंड सहित कई प्रशांत देशों में सुनामी अलर्ट, लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई.
कामचटका के तटीय इलाकों में लोगों को ऊंचे स्थानों पर पहुंचाया गया, सेवेरो-कुरील्स्क में पहली सुनामी लहर टकराई.
जापान के होक्काइडो में 40 सेंटीमीटर और नेमुरो में 30 सेंटीमीटर ऊंची लहरें दर्ज, स्थानीय परिवहन सेवाएं प्रभावित.
रूस और जापान में असर
कामचटका के तटीय इलाकों में पानी भर गया और लोग ऊंचे इलाके की तरफ भागते नजर आए. सेवेरो-कुरील्स्क में पहली सुनामी लहर टकराई, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने बताया कि सभी लोग सुरक्षित हैं और ऊंचे स्थानों पर रुके हुए हैं. वहीं जापान के होक्काइडो, इबाराकी और चिबा में भी ऊंची लहरें किनारों से टकराती दिखीं. होक्काइडो के हमानाका शहर और इवाते के कुजी बंदरगाह में 60 सेंटीमीटर ऊंची लहरें उठी. टोक्यो बे में भी 20 सेंटीमीटर ऊंची लहरें उठी.
हवाई और अमेरिका में अलर्ट
हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने बताया कि मिडवे एटोल में 6 फीट ऊंची लहरें उठी. उन्होंने चेतावनी दी कि हवाई में इससे बड़ी या छोटी लहरें आ सकती हैं. ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर और हाई-वॉटर वाहन मुस्तैद किए गए हैं. ओरेगन, वॉशिंगटन, कैलिफोर्निया और कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में भी सुनामी एडवाइजरी जारी की गई है. साथ ही लोगों को समुद्र तटों, बंदरगाहों और नदियों से दूर रहने की सलाह दी गई है.
अन्य देशों में भी सतर्कता
- फिलीपींस में 1 मीटर तक की लहरों की चेतावनी
- मेक्सिको में एनसेनाडा से चियापास तक लहरें पहुंचने की संभावना
- न्यूजीलैंड में सभी तटीय इलाकों में "असामान्य और तेज धाराओं" की चेतावनी.
अलास्का, हवाई, चिली, सोलोमन द्वीप और न्यूजीलैंड जैसे तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. हवाई में, होनोलुलु में सुनामी की चेतावनी के सायरन बजने लगे, जिससे निवासियों और पर्यटकों को ऊंचे स्थानों पर भेजने के लिए कहा गया. प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने अपने आधिकारिक अलर्ट में कहा, "जान-माल की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की जरूरत है." साथ ही चेतावनी दी कि स्थानीय समयानुसार मंगलवार शाम 7 बजे के आसपास पहली लहर आने की उम्मीद है.
2011 की यादें ताजा
यह भूकंप 2011 के जापान भूकंप (9.0 तीव्रता) के बाद सबसे शक्तिशाली माना जा रहा है, जिसने फुकुशिमा परमाणु प्लांट में संकट पैदा किया था. हालांकि, इस बार जापान के किसी भी परमाणु संयंत्र में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है. इस वक्त दुनिया के तमाम एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि सुनामी केवल एक लहर नहीं होती, बल्कि यह कई शक्तिशाली लहरों की श्रृंखला होती है जो घंटों या दिनों तक असर डाल सकती है. ऐसे में लोगों से अपील की गई है कि वे तटीय क्षेत्रों से दूर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.