यूक्रेन ने रूसी बलों पर नागरिक बुनियादी ढांचों पर हमला करने का आरोप लगाया है. यूक्रेन का कहना है कि उनके सैनिकों द्वारा रूस सेना को खार्किव क्षेत्र से बाहर कर दिया गया है, जो कि रूसी सेना का मुख्य गढ़ था. इसके जवाबी हमले में रूस ने बुनियादी ढांचों को अब अपना निशाना बनाया है. रॉयटर्स की खबर के अनुसार, यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि जवाबी हमलों के निशाने पर खार्किव में पानी की सुविधा और एक थर्मल पावर स्टेशन शामिल थे. इससे व्यापक ब्लैकआउट हुआ है. वहीं रूस ने इस बात से इनकार किया है कि उसकी सेना जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रही है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को ट्विटर पर लिखा "कोई सैन्य सुविधा नहीं, लक्ष्य लोगों को प्रकाश और गर्मी से वंचित करना है." ज़ेलेंस्की ने रविवार देर रात कहा कि रूसी हमलों के कारण खार्किव और डोनेट्स्क क्षेत्रों में पूरी तरह से ब्लैकआउट हो गया, और ज़ापोरिज़्झिया, निप्रॉपेट्रोस और सूमी क्षेत्रों में आंशिक रूप से ब्लैकआउट हो गया.
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यूक्रेन में अमेरिकी राजदूत ब्रिजेट ब्रिंक ने भी हमले की निंदा की. खार्किव के मेयर Ihor Terekhov ने इसे बौखलाहट हमला कहते हुए कहा कि मोर्चे पर यूक्रेनी सैनिकों की सफलता के चलते ये किया गया है. वहीं ज़ेलेंस्की ने कहा कि अगर कीव को और अधिक शक्तिशाली हथियार मिलते हैं तो सर्दियों में और क्षेत्रीय हमारे कब्ज में आ सकते हैं.
यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने पिछले एक सप्ताह में रूस से अपने दक्षिण और पूर्व में 1,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र वापस ले लिया है. राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि खार्किव क्षेत्र में 30 से अधिक बस्तियों को ‘मुक्त' कराया गया है. खार्किव क्षेत्र में रूस के शीर्ष आधिकारिक कब्जे ने स्वीकार किया कि यूक्रेनी सेना ने ‘महत्वपूर्ण जीत' हासिल की है.
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