Theranos Scandal: ब्लड टेस्ट से जुड़े एक असफल स्टार्टअप ‘थेरानोस' (Theranos) के भारतीय मूल के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) रमेश ‘सनी' बलवानी को धोखाधड़ी के मामले में 13 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है. उनपर आरोप था कि उन्होंने ‘सिलिकॉन वैली का टाइटन' बनने की कोशिश में बलवानी ने थेरानोस ब्लड टेस्ट टेक्निक की सटीकता को गलत तरीके से प्रस्तुत कर मरीजों के स्वास्थ्य को जोखिम में डाला और कंपनी के निवेशकों के साथ करोड़ों डॉलर की धोखाधड़ी की है.
अमेरिकी अटॉर्नी स्टेफनी हिंड्स ने बताया कि कैलिफोर्निया में जिला न्यायाधीश एडवर्ड डेविला ने फ्रेमॉन्ट निवासी बलवानी को बुधवार को 12 साल और 11 महीने के कारावास की सजा सुनाई. उन्होंने जेल से रिहाई के बाद बलवानी को तीन साल तक निगरानी में रखने का आदेश भी दिया है. इस मामले में बलवानी पर लगाए जाने वाले जुर्माने की राशि को तय करने के लिए अगले कुछ दिनों में सुनवाई की जा सकती है. हिंड्स के मुताबिक, न्यायमूर्ति डेविला ने सजा भुगतने के लिए बलवानी को 15 मार्च 2023 को आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया है.
रमेश सनी बलवानी (Ramesh Sunny Balwani) की पूर्व प्रेमिका एलिजाबेथ होम्स (Elizabeth Holmes) ने वर्ष 2003 में ब्लड टेस्ट करने वाली कंपनी थेरानोस की स्थापना की थी. बलवानी ने सितंबर 2009 से जुलाई 2016 के बीच इस कंपनी के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में सेवाएं दी थी.
पिछले महीने जिला न्यायाधीश डेविला ने होम्स को 11 साल और तीन महीने के कारावास की सजा सुनाई थी. होम्स को सजा भुगतने के लिए 27 अप्रैल 2023 को आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया गया है.