- PoK के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक ने लाल किला ब्लास्ट में आतंकियों की भूमिका स्वीकार की.
- हक ने कहा कि बलूचिस्तान में खून बहाने पर भारत को लाल किले से कश्मीर तक सबक सिखाया जाएगा.
- दिल्ली में हुए आत्मघाती हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संगठन और फरीदाबाद से ऑपरेशन का पता चला.
दिल्ली में हुए लाल किला ब्लास्ट के बाद से पाकिस्तान की तरफ से रोज ही नए बयान दिए जा रहे हैं. अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी अनवारुल हक ने माना है कि उसके मुल्क में मौजूद आतंकियों ने लाल किले से लेकर कश्मीर के जंगलों तक भारत पर हमला किया है. हक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और अब पाकिस्तान के दोगले रवैये पर भी सवाल उठने लगे हैं. हक ने अपनी स्पीच में बलूचिस्तान का भी जिक्र किया है.
बलूचिस्तान का बदला!
हक की टिप्पणी में 10 नवंबर को लाल किले के करीब हुए ब्लास्ट का भी जिक्र था जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी. हक का जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें उन्हें कहते हुए सुना जा सकता है, 'मैंने अपनी स्थिति और पद को सही तरह से प्रयोग किया और पीएम नरेंद्र मोदी को एक सबक सिखाया कि अगर बलूचिस्तान में खून बहाने से बाज नहीं आओगे तो हम लाल किले से लेकर कश्मीर में जंगलों तक घुसकर मारेंगे. अल्लाह के करम से हम यह कर चुके हैं और आज वो अभी तक लाशों की गिनती नहीं कर पा रहे हैं.'
लाल किला ब्लास्ट सुसाइड अटैक
इसके बाद उन्होंने आगे कहा, 'कुछ दिनों बाद हथियारों से लैस शाहीन दाखिल हुए और उन्होंने हमला किया और आज भी वो अभी तक लाशों की गिनती कर रहे हैं.' हक ने कश्मीर के जंगलों का जिक्र इस साल अप्रैल में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के लिए किया. अपनी पूरी स्पीच में उन्होंने आतंकियों को शाहीन करके संबोधित किया है. दिल्ली में हुए आतंकी हमले के पीछे जैश-ए-मोहम्मद (जैश) से जुड़े संगठन को जिम्मेदार बताया जा रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुसार यह एक आत्मघाती हमला था. संगठन फरीदाबाद से ऑपरेट कर रहा था. हमले को डॉक्टर उमर नबी ने अंजाम दिया है.
पहले भी सामने आए सच
हक का कबूलनामा पहला कबूलनामा है, ऐसा नहीं और इससे पहले भी ऐसे ही बयान आ चुके हैं. हाल ही में, खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी ने पाकिस्तान की सरकार पर बड़ा आरोप लगाया था. अफगानिस्तान के टोलो न्यूज के अनुसार उन्होंने कहा था कि सरकार अपने राजनीतिक मकसद को पूरा करने के लिए 'नकली' आतंकी हमले करा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने अशांत सीमावर्ती प्रांत में शांति प्रयासों में भी रुकावट पैदा की है. साथ ही अपने फायदे के लिए 'आतंकवाद' को तैयार किया है.














