PM मोदी के भाषणों में बढ़ रहा "अमृत काल" पर जोर, क्या इसके पीछे है कोई ख़ास कारण?

"प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने इस 15 अगस्त को दिए अपने भाषण में 14 बार "अमृत काल" शब्द का प्रयोग किया. यह इस साल अब तक एक दिन में "अमृत काल" शब्द का सबसे अधिक प्रयोग रहा." :- रिपोर्ट

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PM नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त के भाषण में "अमृत काल" शब्द का प्रयोग इस साल एक दिन में सबसे अधिक बार हुआ

भारत (India) में ऊंची महंगाई (Inflation) दर और बेरोजगारी (Unemployment) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) लगातार भारत के मतदाताओं को यह बताते रहे कि भारत का "स्वर्णिम काल" शुरू हो रहा है. ब्लूमबर्ग न्यूज़ के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर सोमवार को लाल किले की प्राचीर से दिए अपने भाषण में कहा, "इस अमृत काल की पहली सुबह मैं इस संपन्न देश को देख कर गर्व से भर गया हूं."  पिछले साल 15 अगस्त को नरेंद्र मोदी के भाषण में "अमृत काल" शब्द को पहली बार प्रमुखता से जगह मिली थी जब उन्होंने इसे अगले 25 सालों के लिए "नए भारत" की यात्रा के तौर पर बताया था.  

प्रधानमंत्री मोदी ने इस 15 अगस्त को दिए अपने भाषण में 14 बार "अमृत काल" शब्द का प्रयोग किया. ब्लूमबर्ग न्यूज़ के अनुसार, प्रधानमंत्री के पिछले 12 महीनों के दर्जनों भाषण के विश्लेषण से पता चलता है कि यह इस साल अब तक एक दिन में "अमृत काल" शब्द का सबसे अधिक प्रयोग रहा. इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का "अमृत काल" का प्रयोग तब बढ़ता लगता है जब उनकी सरकार दबाव में हो.  

सबसे ज्यादा बार इस शब्द का प्रयोग इस साल जून में 19 बार किया गया जब नागरिक सरकार की अग्निवीर योजना का विरोध कर रहे थे.  इस योजना में कम समय के लिए आर्मी में भर्ती की जानी है जिससे कुछ रिटायरमेंट के फायदे नहीं मिलेंगे.  

नरेंद्र मोदी ने अप्रेल में अमृत काल का प्रयोग 14 बार किया जब भारत की महंगाई आठ साल में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई. अमृत काल शब्द का प्रयोग 15 बार मई में किया जब खुदरा महंगाई मंहगी होती खाने की वस्तुओं और महंगे ईंधन के कारण केंद्रीय बैंक की सुविधा के स्तर 6% से उपर चली गई.  नरेंद्र मोदी इस महीने इस शब्द का प्रयोग इस साल और भी अधिक कर सकते हैं, क्योंकि विपक्षी दल बढ़ते दामों और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर रहे हैं.  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस नारे पर जोर तब बढ़ रहा है जब वो 2024 के चुनाव में तीसरी बार प्रधानमंत्री पद जीतने की तैयारी कर रहे हैं.  
हाल ही में देशभर में हुआ एक सर्वे दिखाता है कि उनका सत्ताधारी गठबंधन एक छोटे अंतर से बहुमत जीत रहा है. नरेंद्र मोदी के सामने इस समय भागती महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते धार्मिक तनाव की चुनौती है.   

ब्लूमबर्ग न्यूज़ की तरफ से एनलाइज़ किए गए सभी भाषण प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर मौजूद हैं. प्रधानमंत्री मोदी के दफ्तर से इस बारे में पूछे गए सवाल का कोई जवाब नहीं आया.  
 

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