अमेरिका-भारत समझौता हमारी साझेदारी और दोस्ती के हर पहलू को गहरा करेगा: राष्ट्रपति ट्रंप
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यापार एवं प्रौद्योगिकी, रक्षा एवं सुरक्षा, ऊर्जा तथा दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों सहित विभिन्न विषयों पर द्विपक्षीय वार्ता हुई. दोनों पक्षों ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास पर भी विचार हुआ. इस दौरान दोनों नेताओं में एक-दूसरे के प्रति गर्मजोशी, उत्साह, दोस्ती और सम्मान साफ दिखाई दिया. डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद ये पहला मौका था, जब पीएम मोदी की उनसे मुलाकात हुई. दोनों नेता सालों बाद मिल रहे थे, लेकिन इनके बीच केमिस्ट्री वही पुरानी थी. आइए आपको बताते हैं कि इस मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच क्या-क्या डील हुई... क्या भारत लेकर आ रहे पीएम मोदी.
मोदी-ट्रंप ने आपसी व्यापार को और बढ़ावा देने पर दिया जोर
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुई मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार को और बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. दोनों नेताओं ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुने से ज्यादा बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. इस बैठक के दौरान कहा गया है कि हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी ट्रेड एग्रिमेंट को जल्द संपन्न करने पर काम करेंगी. भारत ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम तेल और गैस ट्रेड को बल देंगे. दोनों ही देश ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर में भी निवेश को बढ़ाएंगे. साथ ही साथ दोनों ही देश न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में स्मॉल मॉड्यूलर के लिए सहयोग पर बल देंगे.
डिफेंस सेक्टर के जरिए भी और करीब आएंगे भारत-अमेरिका
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच डिफेंस सेक्टर को लेकर भी खासतौर पर बात हुई. इस बैठक के दौरान दोनों देशों ने डिफेंस सेक्टर के जरिए भी एक दूसरे के संबंध को और मजबूत करने पर जोर दिया है. इस बैठक ये तय किया गया कि दोनों ही देश जॉइंट डिवेलपमेंट और जॉइंट प्रॉडक्शन और ट्रांसफर और टेक्नॉलजी की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ेंगे. दोनों देशों के बीच हुई डील आने वाले समय में नई टेक्नॉलजी और इक्विमेंट भारत की क्षमता को और बढ़ाएंगे. दोनों नेताओं ने अगले दशक के लिए डिफेंस कॉपरेशन फ्रेमवर्क भी तैयार किया है. ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका भारत को अरबों डॉलर के रक्षा उपकरण बेचेगा और भविष्य में भारत को एफ-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स देने की दिशा में भी काम किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 2017 में उनके प्रशासन ने क्वाड सुरक्षा साझेदारी को फिर से सक्रिय किया, जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्या-क्या कहा?
- प्रधानमंत्री मोदी और मैं दोनों पक्षों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए एक रोडमैप की घोषणा कर रहे हैं.
- अमेरिका-भारत समझौता हमारी साझेदारी और दोस्ती के हर पहलू को गहरा करेगा.
- इस साल से हम भारत में अपनी सैन्य बिक्री को कई अरब डॉलर तक बढ़ाएंगे.
- हम भारत को एफ-35 स्टील्थ लड़ाकू विमान उपलब्ध कराने का मार्ग भी निकाल रहे हैं.
- क्वाड को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक में शांति, समृद्धि और शांति बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.
- भारत और अमेरिका पूरी दुनिया में कट्टरपंथी इस्लामी खतरे से लड़ने के लिए पहले की तरह मिलकर काम करेंगे.
- 26/11 मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं तहव्वुर राणा के भारत में मुकदमे का सामना करने के लिए प्रत्यर्पण को मंजूरी दी गई.
- पीएम मोदी ने हाल ही में भारत के अनुचित, बहुत मजबूत टैरिफ में कटौती की घोषणा की, जो भारतीय बाजारों में अमेरिका की पहुंच को बहुत मजबूती से सीमित करते हैं और वास्तव में यह एक बड़ी समस्या है.
- भारत कई वस्तुओं पर 30-40 से 60-70% टैरिफ लगाता है... उदाहरण के तौर पर अमेरिकी कारों पर 70% टैरिफ लगाया गया है, जिससे उन कारों को बेचना लगभग असंभव हो गया है.
- आज भारत के साथ अमेरिका का व्यापार घाटा लगभग 100 अरब डॉलर है. पीएम मोदी और मैं इस पर चर्चा करने के लिए सहमत हुए हैं कि इसे कैसे कम किया जाए.
- हम समान अवसर चाहते हैं और हम तेल एवं गैस की बिक्री से उस घाटे को आसानी से पूरा कर सकते हैं.
- भारत-अमेरिका परमाणु ऊर्जा का स्वागत करने के लिए अपने कानूनों में सुधार कर रहे हैं.
- लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, एआई(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) भारत और अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की जाएंगी.
- इतिहास के सबसे बड़े व्यापार मार्गों में से एक के निर्माण में मदद करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की गई. ये रूट भारत से इज़रायल, इटली और फिर अमेरिका तक पहुंचेगा.
- भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती काफी मजबूत है, इस समय दोनों देशों के बीच रिश्ते सबसे अच्छे दौर में हैं.
आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ मजबूती से खड़ा है अमेरिका
पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान एक बार फिर आतंकवाद का मुद्दा उठाया. डोनाल्ड ट्रंप भी इस मुद्दे पर पीएम मोदी के साथ मजबूती से खड़े दिखे. दोनों नेताओं ने आपसी बातचीत के दौरान कहा कि हम आतंकवाद के मुद्दे पर एक दूसरे के साथ दृढ़ता के साथ खड़े हैं. पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई पर एक बार फिर जोर दिया. पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान कहा है मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आभारी हूं कि उन्होंने 2008 में जिसने भारत में नरसंहार किया था, उस मुजरिम को भारत के हवाले करने का फैसला लिया है.
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‘सबसे बेहतर व्यापार मार्गों' में से एक के निर्माण
सीमा शुल्क के विवादास्पद मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वाशिंगटन समान अवसर चाहता है. महत्वाकांक्षी भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर, ट्रंप ने कहा कि दोनों पक्ष विश्व स्तर पर इतिहास में ‘सबसे बेहतर व्यापार मार्गों' में से एक के निर्माण में मदद करने के लिए काम करेंगे. ट्रंप ने यह भी कहा कि भारतीय बाजार में अमेरिकी परमाणु प्रौद्योगिकियों का स्वागत करने के लिए भारत अपने कानूनों में सुधार कर रहा है.
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