- पीएम मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने यूक्रेन युद्ध को जल्द समाप्त करने के प्रयासों पर चर्चा की.
- दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस संबंधों का सकारात्मक मूल्यांकन करते हुए द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की.
- बातचीत में अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई जिसमें यूक्रेन युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान शामिल था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने शनिवार को यूक्रेन युद्ध को जल्द खत्म करने के लिए जारी कोशिशों के बारे में चर्चा की. साथ ही दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस संबंधों का ‘सकारात्मक' तौर पर मूल्यांकन किया. दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत हुई. पिछले महीने व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यूक्रेन के अपने समकक्ष वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ वार्ता के दौरान उपस्थित यूरोपीय नेताओं में मैक्रों भी शामिल थे.
क्या टैरिफ पर भी बातचीत
मोदी ने सोशल मीडिया पर कहा, ‘राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई. हमने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और उसका सकारात्मक मूल्यांकन किया.' उन्होंने कहा, ‘यूक्रेन में संघर्ष को शीघ्र समाप्त करने के प्रयासों समेत अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया. भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी.' हालांकि, इस संबंध में पता नहीं चल सका है कि मोदी-मैक्रों की बातचीत में अमेरिका की टैरिफ नीति को लेकर कोई चर्चा हुई या नहीं.
मैक्रों ने दी पूरी जानकारी
वहीं मैक्रों ने भी पीएम मोदी के साथ अपनी फोन पर हुई बातचीत की जानकारी एक्स पर दी. मैक्रों ने पोस्ट किया, 'मैंने अभी-अभी प्रधानमंत्री मोदी से बात की. मैंने उन्हें इस गुरुवार पेरिस में राष्ट्रपति जेलेंस्की और गठबंधन के हमारे सहयोगियों के साथ किए गए कामों के नतीजों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. भारत और फ्रांस यूक्रेन में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए समान रूप से प्रतिबद्ध हैं. हमारी मित्रता और रणनीतिक साझेदारी से मजबूत होकर, हम शांति की राह प्रशस्त करने के लिए साथ मिलकर आगे बढ़ते रहेंगे.'
इससे पहले 21 अगस्त को, पीएम मोदी ने मैक्रों से बात की थी और इसे एक 'अच्छी बातचीत' बताया था. उन्होंने कहा कि उन्होंने यूक्रेन और पश्चिम एशिया में संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया. उन्होंने आगे कहा कि उनकी बातचीत ने भारत-फ्रांस साझेदारी को और मजबूत करने की उनकी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.