पाकिस्तान के प्राधनमंत्री शहबाज शरीफ भारत से बातचीत करने को तरस रहे हैं. यही वजह है कि उन्होंने अमेरिका से गुहार लगाते हुए कहा है कि वह किसी तरह भी भारत से उनकी बातचीत करवा दें. शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को एक बार फिर भारत के साथ सभी लंबित मुद्दों पर बातचीत की पेशकश की है. इन मुद्दों में जम्मू-कश्मीरस सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद जैसे तमाम मुद्दे शामिल हैं.
पाक पीएम ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ फोन पर बातचीत की है. इस बातचीत के दौरान ही उन्होंने रुबियो से अनुरोध किया है कि वह कुछ भी करके किसी तरह से भारत से उनकी बात करवा दें. शहबाज शरीफ की इस बातचीत को लेकर पाकिस्तानी सरकारी टीवी चैनल पीटीवी ने एक्स पर एक पोस्ट भी किया है.
आपको बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ हुए सिंधु जल संधि (Indus water Treaty) को रद्द कर दिया था. सिंधु जल संधि के सस्पेंशन को समाप्त कर पहले जैसी स्थिति बनाने के लिए पाकिस्तान पूरजोर कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में पाकिस्तान ने बीते दिनों में भारत को एक के बाद एक 4 पत्र लिखे थे. इन सभी पत्रों का लब्बोलुआब यही है कि सिंधु जल संधि को रोकने के फैसले पर दोबारा विचार की जाए.
भारत की दो-टूक: खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भी लिखे पत्र में पाकिस्तान ने लिखा था कि भारत सिंधु जल संधि को सस्पेंड करने के फैसले पर दोबारा विचार करे. भारत ने पाकिस्तान की अपील यह कहते हुए ठुकराई कि ट्रेड और टेरर साथ नहीं चल सकते और पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते. भारत के मुताबिक पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि की शर्तों का उल्लंघन किया है.
भारत पहले ही कर चुका अपना स्टैंड क्लियर
आपको बता दें कि भारत ने पहले ही ये स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ सिर्फ और सिर्फ पीओके और आतंकवाद पर बातचीत होगी. ऐसे में पाक पीएम की ये पेशकश भारत के नजरिए से कोई नई बात नहीं है.