काबुल एयरपोर्ट पर हमले की साजिश नाकाम, अमेरिकी ड्रोन ने बारूद से भरी कार को धमाके से उड़ाया

तालिबान (Taliban spokesman)  ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि काबुल एयरपोर्ट की ओर आत्मघाती हमला करने की ओर बढ़ रही एक कार को नष्ट कर दिया गया. यह संभवतः दूसरा आत्मघाती हमला था. 

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
Kabul AirPort पर पिछले हफ्ते आत्मघाती हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गए
वाशिंगटन:

अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद काबुल एय़रपोर्ट पर हमले की एक और साजिश को सतर्कता के साथ नाकाम कर दिया गया है. अमेरिकी ड्रोन (US Drone Strike) ने काबुल एय़रपोर्ट की ओर बढ़ रही विस्फोटक से भरी एक कार को निशाना बनाया और धमाके के साथ इसे उड़ा दिया, इससे बड़ा खूनखराबा टल गया. तालिबान (Taliban spokesman)  ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि काबुल एयरपोर्ट की ओर आत्मघाती हमला करने की ओर बढ़ रही एक कार को नष्ट कर दिया गया. यह संभवतः दूसरा आत्मघाती हमला था. 

अफगानिस्तान की मीडिया ने इस हमले में आम नागरिकों के चपेट में आने की बात कही है. अमेरिकी सेना ने कहा है कि वो ड्रोन हमले में किसी आम नागरिक के हताहत होने की जानकारी कर रहे हैं. अमेरिका की यह ड्रोन स्ट्राइक राष्ट्रपति जो बाइडेन (United States President Joe Biden) की उस चेतावनी के कुछ घंटों बाद हुई, जिसमें काबुल एयरपोर्ट पर 24 से 36 घंटों में एक और आत्मघाती हमला होने की चेतावनी दी गई थी. पिछले हफ्ते काबुल हवाई अड्डे पर हुए हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे. इसमें 13 अमेरिकी सैनिक शामिल थे.

दरअसल, अमेरिका अफगानिस्तान से अपने नागरिकों की सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया के अंतिम चरण में है. उसने 31 अगस्त तक अफगानिस्तान छोड़ देने का भरोसा दिलाया है. हालांकि अमेरिका की अगुवाई में 100 देशों ने एक संयुक्त बयान जारी कर तालिबान से 31 अगस्त के बाद भी विदेशी नागरिकों की अफगानिस्तान छोड़ने की प्रक्रिया में सहयोग करने का आह्वान किया है. अमेरिका ने एक बयान में कहा है कि उसने सिर्फ विस्फोटक से लदे वाहन को निशाना बनाया है. हालांकि उसके बाद एक और धमाका सुना गया. माना जा रहा है कि कार में रखे बारूद में भी विस्फोट हुआ. 

Advertisement

वहीं अमेरिका की अफगानिस्तान से वापसी के बीच तालिबान ने खुलासा किया है कि उसके सुप्रीम नेता हिबातुल्ला अखूनजादा (Taliban supreme leader Hibatullah Akhundzada)  इस वक्त दक्षिणी अफगानिस्तान में हैं औऱ जल्द ही सबके सामने आएंगे. तालिबान प्रवक्ता जाबिहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि वो इस वक्त कंधार में हैं, जहां वो काफी वक्त से रह रहे हैं. अखूनजादा सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आता और उसके ठिकानों के बारे में भी तालिबान अमूमन कोई जानकारी नहीं देता है.

Advertisement

"पाकिस्तान सच जानता है लेकिन सच नहीं बोल सकता" NDTV से बोले अफगान नेता

Featured Video Of The Day
America में Donald Trump के आने के बाद क्या Russia-Ukraine War खत्म होगा? | Khabron Ki Khabar
Topics mentioned in this article