- पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों का हाल ऐसा है कि उनके सरगना रैलियां कर पुकार रहे हैं कि आओ आतंकवादी बनो.
- अन्य देशों में नौकरियों की भर्तियां होती हैं, लेकिन पाकिस्तान में आतंकवादियों की भर्ती के लिए रैली होती है.
- आतंकी मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर ने भारत के खिलाफ भी इस रैली में जहर उगला है.
पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों का हाल ऐसा है कि उनके सरगना रैलियां कर पुकार रहे हैं कि आओ आतंकवादी बनो. दुनिया के सभी देशों में नौकरियों की भर्तियां होती हैं, लेकिन पाकिस्तान ऐसा मुल्क है, जहां आतंकवादियों की भर्ती के लिए रैली होती है. उन्हें आतंकवादी बनने के फायदे गिनाए जाते हैं. ऐसी ही एक रैली पाकिस्तान के बहावलपुर में हुई. वहां जैश कमांडर अब्दुल रऊफ असगर आतंकवाद का विलाप करता रहा और जिहादी बनने के फायदे गिनाता रहा.
रऊफ ने कुरान को भी नहीं छोड़ा
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर ने भारत के खिलाफ भी इस रैली में जहर उगला है. इस रैली में जैश कमांडर अब्दुल रऊफ असगर का ऑडियो एनडीटीवी के पास मौजूद है. वहां चिल्ला-चिल्लाकर जिहाद की दुहाई दे रहा है. कह रहा है कि जिहाद में जिंदगी है. जिहाद से इज़्ज़त मिलेगी. अल्लाह ने कहा है कि ये क़ौम जिहाद करेगी. कह रहा है जिहाद को लेकर उसके मन में कोई शक नहीं है. कोई मुसलमान हो या काफिर खड़ा होकर सवाल करे अगर कुरान की आयत से जवाब न दे सका तो इंशाअल्लाह आपको जिहाद की दावत देना छोड़ दूंगा. हम लोगों को गुमराही की तरफ बुलाने वाले नहीं हैं. हम लोगों के घरों को जाया करने वाले नहीं हैं. हमें रब ने कहा है जिहाद की तरफ बुलाओ इसलिए बुला रहे हैं. अल्लाह ने कहा कि जिहाद में जिंदगी इसलिए बुला रहे हैं...
कुरान की आयत में क्या
अब सोचिए अब्दुल रऊफ असगर को ये सब बोलने की क्या जरूरत आन पड़ी. दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद कोई भी पाकिस्तानी आतंकवादी बनने से डर रहा है. साथ ही पाकिस्तानियों को भी समझ आ रहा है कि ये सब आतंकवाद के नाम पर खुद तो पैसे कमाते हैं और गरीब घरों के बच्चों को आतंकवादी बनाकर मरवा देते हैं. यही कारण है कि कुरान के नाम पर भी पाकिस्तानियों को झूठ परोसा जा रहा है कि कुरान में जिहाद के लिए बोला गया है. असलियत ये है कि कुरान में अपनी कमियों और बुराइयों के खिलाफ जिहाद करने को कहा गया है ना कि आतंकवादी बनकर मासूम लोगों को मारने और अपने परिवार को मुसीबतों में छोड़ने की. अरबी भाषा में, 'जिहाद' का मूल अर्थ 'भरपूर प्रयास करना' है.
कौन है अब्दुल रऊफ
अब्दुल रऊफ जैश प्रमुख मसूद अज़हर का भाई है. वो Flight IC814 हाईजैकिंग केस का मास्टरमाइंड है. भारत के मोस्ट वांटेड लिस्ट में रऊफ का नाम 19वे नंबर पर है. इसे मुफ्ती, मुफ्ती अशगर, साद बाबा, मौलाना मुफ्ती रऊफ असगर के नाम से भी जाना जाता है. पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन समेत तमाम आतंकी संगठन एकजुट होकर फिर से आतंकवादियों की भर्ती कर रहे हैं. महिला ब्रिगेड के लिए मसूद अज़हर की बहन सईदा अज़हर पाकिस्तान की गरीब महिलाओं और लड़कियों का ब्रेनवॉश और रिक्रूटमेंट कर रही है.













