पाकिस्तान ने अमेरिकी अधिकारियों के सामने आफिया सिद्दीकी पर हमले का उठाया मुद्दा

सिद्दीकी का नाम 2003 में तब सामने आया था जब अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने 11 सितंबर 2001 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड में से एक खालिद शेख मोहम्मद ने उसका जिक्र किया, जिसके बाद उसके बारे में जानकारी मांगने के लिए अलर्ट जारी किया था

विज्ञापन
Read Time: 11 mins
प्रतीकात्मक तस्वीर.
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान (Pakistan) ने शनिवार को कहा कि उसने टेक्सास की एक जेल के अंदर आतंक के मामले में दोषी डॉ आफिया सिद्दीकी पर हमले को लेकर अमेरिकी अधिकारियों से औपचारिक रूप से शिकायत की है. विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान को 30 जुलाई को फेडरल मेडिकल सेंटर (एफएमसी) कार्सवेल में एक साथी कैदी द्वारा 49 वर्षीय सिद्दीकी पर हमले के बारे में पता चला और उसे कुछ मामूली चोटें आईं लेकिन वह ठीक है.  एफओ ने कहा, "हमने मामले की पूरी तरह से जांच करने और डॉ सिद्दीकी की सुरक्षा और अच्छी देखभाल सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अमेरिकी अधिकारियों के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है."

चीन ने पाकिस्तान के ग्वादर में अपने नागरिकों पर हुए आत्मघाती हमले की निंदा की

वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तानी दूतावास और ह्यूस्टन में उसके महावाणिज्य दूतावास ने तुरंत संबंधित अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाया. ह्यूस्टन में महावाणिज्य दूत ने उसकी हालत का पता लगाने के लिए तुरंत उससे मुलाकात की. एफओ ने कहा कि पाकिस्तान के दूतावास और महावाणिज्य दूतावास यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि एफएमसी कार्सवेल में डॉ. सिद्दीकी की कैद के दौरान उसकी उचित देखभाल की जाए. सिद्दीकी का नाम 2003 में तब सामने आया था जब अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने 11 सितंबर 2001 आतंकी हमले के मास्टरमाइंड में से एक खालिद शेख मोहम्मद ने उसका जिक्र किया, जिसके बाद उसके बारे में जानकारी मांगने के लिए अलर्ट जारी किया था.

पाकिस्तानः महिला TikTok यूज़र के साथ बदसलूकी के बाद एक और हैरान करने वाला VIDEO वायरल

वह लगभग उसी समय कराची में लापता हो गई और पांच साल बाद अफगानिस्तान में दिखी, जब उसे गांजी में गिरफ्तार किया गया. बगराम की जेल में, उसने कथित तौर पर एक एफबीआई अधिकारी को मारने की कोशिश की. फिर उसे अमेरिका स्थानांतरित कर दिया गया. हत्या के प्रयास की कोशिश के मामले में उसे 2009 में जूरी ने दोषी पाया और 2010 में 86 साल के कैद की सजा के लिए दोषी ठहराया गया. एमआईटी और ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल करने वाली सिद्दीकी एक पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट रही है.

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
क्या आपको पता है Google का Original नाम | Did You Know | Gadgets 360 With Technical Guruji
Topics mentioned in this article