अब पाकिस्तान को ऋण मिलने का भी 'टोटा', दुनिया के 10 बड़े कर्ज़दारों में हुआ शामिल : वर्ल्ड बैंक रिपोर्ट

10 सबसे बड़े DSSI योग्य उधारकर्ताओं (अंगोला, बांग्लादेश, इथियोपिया, घाना, केन्या, मंगोलिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, और जाम्बिया) का संयुक्त विदेशी ऋण साल 2020 के अंत में 509 बिलियन डॉलर था, जो 2019 के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है.

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पाकिस्तान पर जितना कर्ज है उसमें इमरान खान सरकार का योगदान 40 फीसदी है.
इस्लामाबाद:

विश्व बैंक (World Bank) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) उन शीर्ष 10 कर्जदार देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास सबसे ज्यादा बाहरी कर्ज है और COVID-19 महामारी के बाद ऋण सेवा निलंबन पहल (DSSI) के लिए पात्र बन गया है. इस वजह से उसे अब विदेशी ऋण हासिल करने में मुश्किल हो सकती है.

विश्व बैंक द्वारा सोमवार को जारी 2022 में अंतर्राष्ट्रीय ऋण सांख्यिकी का हवाला देते हुए, पाकिस्तान के मशहूर अखबार 'द न्यूज इंटरनेशनल' ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बड़े कर्जदारों समेत DSSI की जद में आने वाले देशों को प्राप्त कर्ज की दर में व्यापक अंतर रहा है. 

10 सबसे बड़े DSSI योग्य उधारकर्ताओं (अंगोला, बांग्लादेश, इथियोपिया, घाना, केन्या, मंगोलिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, और जाम्बिया) का संयुक्त विदेशी ऋण साल 2020 के अंत में 509 बिलियन डॉलर था, जो 2019 के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक है और DSSI के दायरे में आने वाले सभी देशों के कुल विदेशी कर्ज का 59 फीसदी था.

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DSSI के दायरे में आने वाले इन देशों के पास 2020 के अंत तक बिना गारंटी वाले विदेशी कर्ज का करीब 65 फीसदी हिस्सा था. इन देशों को अलग-अलग दर पर विदेशी कर्ज मुहैया कराए गए थे. कुछ समय पहले यह रिपोर्ट आई थी कि पाकिस्तान पर जितना कर्ज है उसमें इमरान खान सरकार का योगदान 40 फीसदी है.
 

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