पाकिस्तानी उच्चायोग ने फेसबुक पेज से बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज की 'विकृत' तस्वीर हटाई

कोलाज में एक झंडा दिखाया गया था जिसमें बांग्लादेश के मूल लाल और हरे झंडे के साथ पूरा चांद और आधा चांद था.

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नई दिल्ली:

पाकिस्तानी उच्चायोग ने ढाका की कड़ी आपत्ति के बाद रविवार को अपने फेसबुक पेज से उस विवादास्पद कवर फोटो को हटा दिया, जिसमें कथित तौर पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज की 'विकृत' छवि का इस्तेमाल किया गया था. उच्चायोग ने हाल ही में अपने आधिकारिक फेसबुक पेज के कवर फोटो के रूप में पाकिस्तान और बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज का एक कोलाज अपलोड किया था. कोलाज में एक झंडा दिखाया गया था जिसमें बांग्लादेश के मूल लाल और हरे झंडे के साथ पूरा चांद और आधा चांद था.

विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग के फेसबुक पेज पर बांग्लादेश और पाकिस्तान के झंडों की एक साथ तस्वीर पर आपत्ति जताई गई थी और छवि को हटाने के लिए कहा गया था. उन्होंने कहा कि हालांकि, मेरा मानना ​​है कि इसके पीछे कोई बुरा मकसद नहीं था. बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग ने रविवार दोपहर अपने फेसबुक पेज से बांग्लादेश के झंडे की विकृत छवि को हटा दिया क्योंकि हमने उससे ऐसा करने को कहा था.

'बांग्लादेश मुक्तिजुद्धो मंच' सहित कई समूहों ने विकृत छवि अपलोड करने पर पाकिस्तान उच्चायोग का विरोध किया था और इसे बांग्लादेश के झंडे का अपमान बताया था. बांग्लादेश, जिसे पूर्वी पाकिस्तान के रूप में जाना जाता था, को 1971 में नौ महीने लंबे मुक्ति संग्राम में भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान से आजादी मिली थी. वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना और धार्मिक मिलिशिया ने 30 लाख बांग्लादेशी लोगों की हत्या कर दी थी और हजारों महिलाओं से बलात्कार किया था.

बांग्लादेश की मुक्ति के लिए भारतीय सेना द्वारा लड़े गए युद्ध में पाकिस्तान को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था और भारतीय सैनिकों की वीरता एवं शौर्य के चलते लगभग 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था.
 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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