- पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर में अपनी हार छुपाने के लिए झूठे दावे और फर्जी खबरें फैलाने की रणनीति अपनाई है
- पाकिस्तानी मीडिया ने राफेल जेट की डिलीवरी और पायलट ट्रेनिंग को लेकर डसॉल्ट एविएशन का फर्जी लेटर साझा किया था
- इससे पहले फ्रांसीसी नौसेना ने राफेल पर पाकिस्तान के झूठे दावों को फेक न्यूज करार देते हुए खंडन किया था
आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए भारत के ऑपरेशन सिंदूर में बुरी तरह मात खाने के बाद पाकिस्तान ने वही रास्ता अख्तियार किया जो उसे सबसे अच्छे आता है- झूठ का. लेकिन वो झूठ भी ऐसा बोलता है जिसकी पोल बिना ज्यादा मेहनत के खोल कर रख दी जाती है. पाकिस्तान का प्रोपेगेंडा एक बार फिर बेनकाब हो गया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही वह यह धारणा बनाने की कोशिश में कि उसकी सेना भारत से बेहतर है, पाकिस्तानी मीडिया यह दावा करने के लिए फर्जी खबरों का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हट रही है.
पाकिस्तानी पत्रकार 26/11 की बरसी पर भारत विरोधी प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए राफेल फाइटर जेट बनाने वाली फ्रांसीसी कंपनी, डसॉल्ट का फर्जी लेटर शेयर कर रहे हैं. दावा कर रहे हैं कि डसॉल्ट एविएशन ने कहा है कि भारतीय नौसेना को राफेल जेट की डिलीवरी 10 सप्ताह के पायलट ट्रेनिंग के बाद ही होगी. अब इस झूठ का फैक्ट चेक हो गया है और फ्रांस की सरकार ने खुद इसे शेयर किया है.
पाकिस्तान का झूठा दावा और असली सच्चाई
झूठे प्रोपेगेंडा और फेक न्यूज की सच्चाई सामने लाने वाले D-Intent Data के अनुसार पाकिस्तान के तमाम प्रोपेगेंडा अकाउंट एक फर्जी और मनगढ़ंत लेटर शेयर कर रहे हैं जिसमें झूठा दावा किया जा रहा है कि डसॉल्ट एविएशन ने कहा है कि भारतीय नौसेना को राफेल जेट की डिलीवरी 10 सप्ताह के पायलट ट्रेनिंग के बाद ही होगी. यह दावा पूरी तरह से गलत है और भारत के खिलाफ चल रहे दुष्प्रचार अभियान के हिस्से के रूप में पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा नेटवर्क से फैलाया जा रहा है. डसॉल्ट एविएशन ने ऐसा कोई बयान जारी नहीं किया है.
बता दें कि अप्रैल 2025 में, भारत सरकार और फ्रांस सरकार ने भारतीय नौसेना के लिए 26 डसॉल्ट राफेल लड़ाकू जेट की खरीद के लिए एक अंतर सरकारी समझौते (IGA) पर हस्ताक्षर किए थो. सौदे में 22 सिंगल-सीट राफेल एम विमान और 4 ट्विन-सीट राफेल डी विमान, प्रशिक्षण, सिम्युलेटर, हथियार, संबंधित उपकरण और पांच साल के प्रदर्शन-आधारित लॉजिस्टिक्स (पीबीएल) समर्थन पैकेज के साथ शामिल हैं. इसमें भारतीय वायु सेना के मौजूदा राफेल जेट्स के लिए अतिरिक्त उपकरण भी शामिल हैं. राफेल एम जेट की डिलीवरी 2028 में शुरू होगी और 2030 तक पूरी होने वाली है.
पहले फ्रांस की नेवी ने भी बताया था पाकिस्तान का झूठ
इससे पहले पाकिस्तान के जियो टीवी ने एक फ्रांसीसी नौसैनिक कमांडर के हवाले से यह झूठ चलाया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय राफेल लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया था. लेकिन फ्रांसीसी सेना की नौसैनिक शाखा, मरीन नेशनले ने जल्द ही झूठ का भंडाफोड़ कर दिया. उन्होंने आर्टिकल का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया और इसे "FAKENEWS" नाम दिया.
फ्रांसीसी नौसेना ने कहा, "आर्टिकल में व्यापक गलत सूचना और दुष्प्रचार शामिल है." उसने इस बात पर जोर दिया कि कैप्टन लाउने ने आर्टिकल में उनके हवाले से दिए गए बयान के किसी भी रूप में प्रकाशन के लिए कभी भी अपनी सहमति नहीं दी. फ्रांसीसी नौसेना ने कहा कि जब ऑपरेशन सिन्दूर के बारे में पूछा गया, तो कमांडर ने न तो इस बात की पुष्टि की और न ही इनकार किया कि किसी भी भारतीय विमान को मार गिराया गया है.













