- भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को गंभीर चोट लगी थी और उसने फेक न्यूज फैलाने का प्रयास किया था
- पाकिस्तान ने झूठा दावा किया था कि भारतीय फाइटर पायलट स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह को कब्जे में ले लिया गया है
- अब राष्ट्रपति मुर्मू ने पहली बार राफेल में उड़ान भरी है और स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी के साथ तस्वीर खिंचवाई है
जब पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर चलाकर मुंहतोड़ जवाब दिया था तो उसे इस हद तक चोट पहुंची थी कि वो बावला होकर फेक न्यूज फैलाने की कोशिश में लग गया. तब पाकिस्तान की तरफ से सोशल मीडिया पर यह झूठा नैरेटिव फैलाने की कोशिश की गई थी कि भारतीय वायुसेना की फाइटर पायलट स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह को अपने कब्जे में ले लिया है. तब भारत सरकार और वायुसेना ने इस दावे का तत्काल फैक्ट चेक कर खंडन किया था. लेकिन पाकिस्तान को असली जवाब तो बुधवार, 29 अक्टूबर को मिला भारत की शान स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी ने हरियाणा के अंबाला वायु सेना बेस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ मुस्कुराते हुए गर्व के साथ तस्वीर खिंचवाई. आज राष्ट्रपति मुर्मू ने भी पहली बार नई राफेल में उड़ान भरने का अनुभव लिया. जब राष्ट्रपति के साथ शिवांगी सिंह की तस्वीर सामने आई तो यह अपने आप में एक स्टेटमेंट था, पाकिस्तान के दुष्प्रचार पर राफेल वाला धमाका था.
पाकिस्तान ने स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह को लेकर क्या झूठ फैलाया था?
स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह पहली भारतीय महिला पायलट हैं जिन्होंने राफेल फाइटर जेट उड़ाया है. जब भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को चोट दी तो उसने भारत की शान शिवांगी के खिलाफ यह झूठा नैरेटिव अपने यहां के सोशल मीडिया हैंडल से फैलाना शुरू कर दिया कि उसने शिवांगी सिंह को पकड़ लिया है. न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के अनुसार अल जजीरा ने भी शुरुआत में इस झूठी खबर को रिपोर्ट किया, लेकिन बाद में इसमें सुधार किया. बाद में पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग- डीजीआईएसपीआर ने स्वीकार किया कि उन्होंने किसी भारतीय पायलट को नहीं पकड़ा है.
एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं शिवांगी
वाराणसी में जन्मी शिवांगी सिंह ने पढ़ाई के साथ-साथ खेल-कूद में भी अपना लोहा मनवाया है. शिवांगी सिंह, जिन्होंने एक साथी लड़ाकू पायलट से शादी की है, फ्रांसीसी निर्मित सिंगल-सीट राफेल जेट उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला हैं. AFP की रिपोर्ट के अनुसार शिवांगी सिंह ने पहली बार एक फाइटर जेट, मिग-21 का कंट्रोल अपने हाथ में लिया था, तब उन्हें "यह एहसास हुआ कि उड़ान भरने के लिए इसे कंट्रोल करने में कितने कौशल की आवश्यकता होती है".
शिवांगी नए राफेल जेट को उड़ाने वाले पहले पायलट्स में एक थीं. कठोर चयन प्रक्रिया के बाद, कॉकपिट में कदम रखने से पहले उन्हें 2020 में फ्रांसीसी प्रशिक्षकों के साथ सिम्युलेटर प्रशिक्षण के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था. लेकिन उसके सपने और भी बड़े हैं. भारत जल्द ही मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन की योजना बना रहा है, और पायलट शिवांगी को उम्मीद है कि उनसी अलगी चुनौती अंतरिक्ष की सीमा का लांघनी होगी. उन्होंने AFP से कहा था, "मैं एक अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती हूं... चलिए ऐसा हो यह आशा करते हैं."














