पाकिस्तान कार्यवाहक पीएम ने आतंकी यासीन मलिक की पत्नी को कैबिनेट में किया शामिल : रिपोर्ट

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को नौ अगस्त को भंग कर दिया गया, जिससे शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया. पाकिस्तान में आम चुनाव 90 दिनों के भीतर होने की उम्मीद है.

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पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के 18 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली...
इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक काकर ने जेल में बंद आतंकवादी और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक(Yasin Malik) की पत्नी मिशाल हुसैन मलिक(Mishaala Hussain Malik) को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है. यासीन मलिक को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) अदालत ने आतंकी फंडिंग (Terror Funding) मामले में दोषी ठहराया था और 25 मई, 2022 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

18 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने ली शपथ

रॉयटर्स ने बताया कि मिशाल हुसैन मलिक को कैबिनेट में पाकिस्तान के मानवाधिकार मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है. पाकिस्तान के पूर्व केंद्रीय बैंक प्रमुख शमशाद अख्तर को अंतरिम कैबिनेट में वित्त मंत्री नियुक्त किया गया है. पूर्व प्रांतीय मंत्री सरफराज बुगती को आंतरिक मंत्री नामित किया गया है.

नवनियुक्त कार्यवाहक प्रधानमंत्री के 18 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को शपथ ली, जिसका उद्देश्य आम चुनाव तक नकदी संकट से जूझ रहे देश का संचालन और सत्ता का निर्बाध हस्तांतरण सुनिश्चित करना है.

वरिष्ठ पत्रकार मुर्तजा सोलांगी बने सूचना मंत्री

सरकारी प्रसारक ‘रेडियो पाकिस्तान' ने अपनी खबर में बताया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कार्यवाहक मंत्रिमंडल को शपथ दिलाई. पूर्व विदेश सचिव जलील अब्बास जिलानी को विदेश मंत्री, सरफराज बुगती को गृह मंत्री, शमशाद अख्तर को वित्त मंत्री, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अनवर अली हैदर को रक्षा मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार मुर्तजा सोलांगी को सूचना मंत्री नियुक्त किया गया है. इसके अलावा, अन्य मंत्रालय के मंत्रियों ने भी शपथ ली.

पाकिस्तान में आम चुनाव 90 दिनों में होने की उम्मीद

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को नौ अगस्त को भंग कर दिया गया, जिससे शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया और कार्यवाहक सरकार स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त हुआ. पाकिस्तान में आम चुनाव 90 दिनों के भीतर होने की उम्मीद है, लेकिन निर्वाचन आयोग अगर नयी जनगणना के आधार पर परिसीमन कराता है, तो इसमें अधिक समय लग सकता है.

बता दें कि जेकेएलएफ को 2019 में प्रतिबंधित कर दिया गया था. इस साल 15 जुलाई को पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बहन और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी रुबैया सईद ने 8 दिसंबर 1989 को अपने अपहरण के मामले में मलिक की पहचान की थी.

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