पाकिस्तान में तख्तापलट करेंगे आर्मी चीफ आसिम मुनीर? कयासों पर पाक सेना ने दिया यह जवाब

Pakistan News: क्या पाकिस्तान आर्मी के मौजूदा चीफ आसिफ मुनीर परवेज मुशर्रफ की तरह तख्तापलट करते हुए राष्ट्रपति की कुर्सी पर कब्जा करने वाले हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
पाकिस्तान आर्मी के चीफ जनरल असीम मुनीर
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • पाकिस्तान सेना ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के राष्ट्रपति बनने की अफवाहों को पूरी तरह खारिज किया है.
  • पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री ने भी सेना प्रमुख के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने की चर्चाओं को स्पष्ट रूप से नकारा था.
  • राजनीतिक समीकरणों के बावजूद पाकिस्तान में असली सत्ता और प्रभाव सेना के हाथ में ही माना जाता है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

क्या पाकिस्तान में एक बार फिर नागरिक सरकार का तख्तापलट होने वाला है और सेना की तानाशाही खुले रूप में चलने वाली है? क्या पाकिस्तान आर्मी के मौजूदा चीफ आसिफ मुनीर परवेज मुशर्रफ की तरह तख्तापलट करते हुए राष्ट्रपति की कुर्सी पर कब्जा करने वाले हैं. ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान के अंदर यह कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि अब इन कयासों पर पाकिस्तान की सेना ने जवाब दिया है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के राष्ट्रपति बनने की अफवाहों को खारिज कर दिया है.

रिपोर्ट के अनुसार इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के महानिदेशक जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने द इकोनॉमिस्ट को बताया कि "उनके बॉस (मुनीर) के राष्ट्रपति बनने की बात 'बकवास' है".

इससे जुलाई की शुरुआत में पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी के भी इन कयासों को खारिज किया था. उन्होंने स्पष्ट किया था कि ऐसा कोई विचार नहीं आया है कि "राष्ट्रपति को इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है या आर्मी चीफ राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के इच्छुक हैं."

पाकिस्तान में आर्मी चीफ हावी

पाकिस्तान में मौजूदा सत्तारूढ़ गठबंधन ने हाल ही में संसद में संवैधानिक संशोधन के लिए आवश्यक दो-तिहाई बहुमत हासिल किया. इसके बाद अफवाहें फैल गईं कि सेना प्रमुख भी राष्ट्रपति बन सकते हैं. यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान में नागरिक सरकार कठपुतली मात्र है, असली पावर सेना के पास ही है.

Advertisement

मई में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी और प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद मुनीर को पुरस्कार दिया, उन्हें औपचारिक रूप से फील्ड मार्शल के पद से सम्मानित किया. पाकिस्तान में फील्ड मार्शल का पद ब्रिटिश सेना की तर्ज पर बनी सेनाओं का सर्वोच्च पद है. इससे पहले केवल जनरल अयूब खान को 1959 में राष्ट्रपति कैबिनेट ने फील्ड मार्शल का खिताब दिया है.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Uttarkashi Cloudburst | "लास्ट कॉल आई और..." त्रासदी की ये कहानी रूला देगी | Uttarakhand Landslide
Topics mentioned in this article