पाकिस्तान : विपक्ष के घेरे में PM इमरान खान, आतंकवाद बढ़ने को लेकर इनके सिर फूट रहा ठीकरा

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान (Imran Khan) की सरकार ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को "नष्ट" कर दिया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि देश में हर कोई जानता है कि "चयनित सरकार" देश में "विनाश" लाई है.

विज्ञापन
Read Time: 6 mins
पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी
नई दिल्ली:

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी (Bilawal Bhutto Zardari) ने इमरान खान सरकार की सरकार पर निशाना साधा है. जरदारी ने इमरान खान (Imran Khan) सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि पीएम की "त्रुटिपूर्ण नीतियों" के कारण देश भर में आतंकवादी घटनाएं काफी बढ़ी है. उन्होंने शनिवार को पंजाब के ओकारा में पार्टी के सरकार विरोधी लॉन्ग मार्च को संबोधित करते हुए कहा, "'चुने हुए प्रधानमंत्री' (Prime Minister) के कारण आतंकवाद की आग फिर से भड़क गई है... बलूचिस्तान और पेशावर में बम विस्फोट हुए हैं."

पाक पीएम (Pakistan PM) की तीखी आलोचना के साथ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में आतंकवाद की घटनाएं बढ़ी हैं. पीपीपी अध्यक्ष ने उग्रवाद और आतंकवाद के खतरे के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का वादा किया. अपने भाषण के दौरान, बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि इमरान खान की सरकार ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को "नष्ट" कर दिया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि देश में हर कोई जानता है कि "चयनित सरकार" देश में "विनाश" लाई है.

विपक्षी दल की ओर से सुरक्षा स्थिति पर यह चिंता पेशावर शहर में एक विस्फोट के एक दिन बाद आई है जिसमें 60 से अधिक लोगों की जान चली गई. पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने शुक्रवार के आत्मघाती विस्फोट की कड़ी निंदा की थी, जिसका उद्देश्य शिया उपासकों को निशाना बनाना था. पेशावर विस्फोट (Peshawar blast) की निंदा करते हुए, एचआरसीपी ने कहा कि हमला उन सांप्रदायिक संगठनों की पहचान है जिन्हें हाल के वर्षों में आपस में लड़ने की अनुमति दी गई है.

ये भी पढ़ें: 'शीना जिंदा है' इंद्राणी मुखर्जी के दावे पर सीबीआई का जवाब... कहा 'उसकी एक कल्पना'

इससे पहले, पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख रशीद अहमद ने कहा था कि पिछले कुछ महीनों में आतंकवादी हमलों में 35 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. इस्लामाबाद स्थित पाक इंस्टीट्यूट ऑफ पीस स्टडीज (Pak Institute of Peace Studies) के अनुसार, अफगानिस्तान में नया शासन "अपनी सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाले आतंकवादी समूहों से निपटने के लिए पाकिस्तान के प्रयासों में किसी भी तरह से मदद नहीं कर पा रहा है".

VIDEO: मुकाबला : UP में युवाओं के लिए क्या हैं बड़े मुद्दे? जानें- उन्हीं की जुबानी

Featured Video Of The Day
Manipur Violence Latest News: मणिपुर में फिर तनाव, अतिरिक्त सुरक्षा बलों से थमेगी हिंसा?